आदि शङ्कर
दिखावट
{{{name}}} | |
---|---|
![]() राजा रवि वर्माद्वारा अद्वैत वेदान्तक प्रवर्तक आदि शंकराचार्य आ हुनकर शिष्यसभक पेन्टिङ | |
जन्म | शङ्करा सि. ७०० कमन एरा[note १] |
मृत्यु | सि. ७५० कमन एरा[note १] |
उपाधि/सम्मान | जगदगुरु |
गुरू | गोविन्द भगवदपद |
दर्शन | अद्वैत वेदान्त |
आदि शंकराचार्य, जिनका आदि शंकराचार्य सेहो कहल जाईत अछि, एकटा भारतीय वैदिक विद्वान, दार्शनिक आ अद्वैत वेदान्तक शिक्षक (आचार्य) छल। शंकरक वास्तविक जीवनकें बारेमें विश्वसनीय जानकारी बहुत कम अछि, आ हिनकर असली प्रभाव हिनकर "हिन्दू धर्म आ संस्कृतिक प्रतिष्ठित प्रतिनिधित्व" में निहित अछि, ई तथ्य कें छोडि केर अधिकांश हिन्दू अद्वैत वेदान्तक पालन नहि करैत अछि।[१]
सन्दर्भ सामग्रीसभ
[सम्पादन करी]- ↑ Suthren Hirst 2005, p. 1.
बाह्य जडीसभ
[सम्पादन करी]एहो सभ देखी
[सम्पादन करी]
सन्दर्भ त्रुटि: "note" नामक सन्दर्भ-समूह के लिए <ref>
टैग मौजूद हैं, परन्तु समूह के लिए कोई <references group="note"/>
टैग नहीं मिला। यह भी संभव है कि कोई समाप्ति </ref>
टैग गायब है।