लल्लन प्रसाद ठाकुर

मैथिली विकिपिडियासँ, एक मुक्त विश्वकोश

== लल्लन प्रसाद ठाकुर 1951-1995 ==>

जन्म ५ फरबरी १९५१ मुंगेर मे श्रीमती सुभद्रा देवी आ श्री हीरानंद ठाकुरक द्वितीय बालक । हिनक ग्राम- समौल,जिला-मधुबनी। सिविल इंजीनियर, टाटा स्टीलमे चाकरी। प्रकाश झाक फ़िल्म "कथा माधोपुर की" मे मुख्य भुमिका। नाटककार आ मंच अभिनेता। हुनक लिखल किछु प्रसिद्ध मैथिली नाटक छन्हि :बडका साहेब,मिस्टर निलो काका, लोंगिया मिरचाई,बकलेल आदि वा अंत।


श्रीमती सुभद्रा देवी आ श्री हीरानंद ठाकुरक द्वितीय बालक श्री लल्लन प्रसाद ठाकुरक जन्म ५ फरवरि १९५१, नरकनिवारण चतुर्दशी कs मुंगेर में भेल छलैन्ह। हिनक ग्राम- समौल, जिला-मधुबनी, आ कर्म स्थली जमशेदपुर छलैन्ह। स्कूल-वॉट्सन हायर सेकेंडरी स्कूल ,कॉलेज -एम .आई .टी मुजफ्फरपुर।

स्कूली शिक्षा मधुबनिक वॉट्सन स्कूल सs केलाक बाद श्री ठाकुर मुजफ्फरपुर इंजीनियरिंग कॉलेज सs सिविल इंजीनियरिंग केलाह। नेन पनि सs हिनक अभिरुचि कला आ साहित्य कs प्रति रहलैन्ह आ अनेको कार्यक्रम में भाग लैत रहलाह। अपनहीं लिखल नाटकक मंचन ओ अपन स्कूले सs करैत छलाह।

कॉलेज कs पहिल बरख में अपन कॉलेजक सांस्कृतिक कार्यक्रमक भार हिनका देल गेलैंह। कॉलेजक द्वितीय बरख सs लs कs अन्तिम बरख तक अपन कॉलेजक छात्र संघक जेनेरल सेक्रेटरी रहलाह।

कॉलेजक पढ़ाई पूर्ण भेला पर टाटा स्टील में कार्यरत भेलाह। ऑफिसक व्यस्तताक बावजूद ओ अपन साहित्यिक गतिविधि कs आगू बढ़ाबति रहलाह। अपने लिखल नाटकक मंचन करैत छलाह आ ओहि में हुनक मुख्यभूमिका रहैत छलैन्ह। प्रकाश झा कs फ़िल्म "कथा माधोपुर की " आ वीर कुंवर सिंह पर बनल सीरियल विद्रोह में सेहो श्री ठाकुर मुख्य भूमिका में छलाह। अन्तराष्ट्रीय मैथिली नाटक समारोह में हुनक लिखल आ निर्देशित नाटक कैक बेर पुरस्कृत भ चुकल छैन्ह. श्री ठाकुर केर सब नाटक मिथांचल में अखनो खेलायल जायत छैक।

हुनक लिखल किछु प्रसिद्ध मैथिलि नाटक छैन्ह: १ - बडका साहेब २ - मिस्टर निलो काका ३ - लोंगिया मिरचाई ४ - बकलेल ५ - आदि वा अंत ६ - डम डम डिगा डिगा

"आदी वा अंत" नाटक केर विडियो फिल्म सेहो ठाकुर स्वयं बनने छलाह. हुनक सब नाटक सामाजिक परिपेक्ष में रहितहु सशक्त संवाद आ हास्य सs परिपूर्ण छैन्ह. हिन्दी में हुनक लिखल उपन्यास "सूनी सड़क " आ "हवेली राम" छैन्ह. जमशेदपुर में खास करि मैथिली नाटक केर नब दिशा दय दर्शक केर नाटक केर प्रति अभिरुचि उत्त्पन्न श्री ठाकुरक देन छैन्ह.