विकिपिडिया:मुख्य लेख/२०१९

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मुख्य लेख
ई मासक प्रमुख लेख (अप्रैल, २०२४)

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आकृति:मुख्य लेख/अप्रैल, २०२४

जनवरी, २०१९ क मुख्य लेख

कृति सेनन

मलाला युसुफजई (पश्तो: ملاله یوسفزۍ जन्म: १२ जुलाई १९९७)क बच्चासभक अधिकारक कार्यकर्ताक रुपमे जानल जाएत अछि । ओ पाकिस्तानक खैबर-पख्तुनख्वा प्रान्तक स्वात जिलामे स्थित मिङ्गोरा शहरक एक छात्रा छी । १३ सालक उम्रसँ ओ तहरिक-ए-तालिबान शासनक अत्याचारक बारेमे एक छद्म नामक तहत बिबिसीक लेल ब्लगिङद्वारा स्वातक लोगमे प्रतिष्ठित बनि गेल । अक्टुबर २०१२ मे, मात्र १४ वर्षक आयुमे अपन उदारवादी प्रयासक कारण ओ आतंकवादिक हमलाक शिकार बनि गेल, जेहिसँ ओ पूर्ण रुपसँ घायल भ गेल आर अन्तर्राष्ट्रिय मीडियाक चर्चामे आएब गेल । (पूरा लेख...)

फरबरी, २०१९ क मुख्य लेख

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मिथिला जकरा तिरहुततिरभुक्ति कऽ नामसँ सेहो जानल जाइत अछि, नेपालक दक्षिणपूर्वी भाग आ भारतक बिहार राज्यमे अवस्थित एक भौगोलिक आ सांस्कृतिक क्षेत्र छी । ई क्षेत्र पूर्वमे महानन्दा नदी, दक्षिणमे गङ्गा नदी, पश्चिममे गण्डकी नदीउत्तरमे हिमालयक तलसँ घेरल अछि ।

मिथिला क्षेत्रक मुख्य भाषा मैथिली छी आ ई भाषा बाजनिहार लोकसभकें मैथिल कहल जाइत अछि । मिथिला नाम सामान्यतया विदेह साम्राज्यकें उल्लेख करवाक लेल प्रयोग कएल जाइत अछि आ संगे आधुनिक-कालक क्षेत्रसभ सेहो विदहक प्राचीन सीमासभक भीतर अवैत अछि । १८हम शताब्दीमे, जखन मिथिला क्षेत्रकें दड़िभङ्गा राजद्वारा शासित कएल गेल छल, ब्रिटिश राज एकरा एक रियासत राज्यक रूपमे पहचान नै दऽ ई क्षेत्रमे कब्जा कऽ लेनए छल । हिन्दू धार्मिक ग्रन्थसभमे सबसँ पहिने एकर उल्लेख रामायणमे मिलैत अछि । मिथिलाक उल्लेख महाभारत, रामायण, पुराण तथा जैन आ बौद्ध ग्रन्थसभमे सेहो अछि । (पूरा लेख...)

मार्च, २०१९ क मुख्य लेख

होली खेलैत, उटाह अमेरिकामे

होली हिन्दू संस्कृतिमे हरेक वर्षक फागुन शुक्ल पूर्णिमा अर्थात होली पूर्णिमाक दिन मनाएल जाइत अछि । ई पावनि नेपाल, भारत तथा अन्य राष्ट्रसभमे बैसैवला हिन्दूसभक एकटा महत्वपूर्ण पावनि छी । ई पावनि वसन्त ऋतुक फागुन मासमे मनाएल जाइत अछि । होलीमे नेपाली समुदायमे फागु पूर्णिमा आ मिथिलामे फगुवाक नामसँ सेहो जानल जाइत अछि । होली रङ्गक पावनि छी । होलीक दिन सम्पूर्ण हिन्दूधर्मावलम्बी एक दोसरके विभिन्न प्रकार सँ रङ्ग आ अबीर लगबैत अछि । मिठाई आ पकवान ग्रहण करबैत अछि । होली पावनि मनेवाक पाछा एकटा आओर कारण इतिहास छी । एकटा जनविश्वास अछि जे होलीक दिन पुरान कटुता समाप्त कए आ दुश्मनी सेहो बिसैर लोकसभ एक-दोसर सँ भेंट करैत अछि ।

होली पावनि घरपरिवार-साथीभाई आपसमे रङ्ग लगाए उल्लासपूर्वक फागुन पूणिर्माक अवसरमे पहाड़सँ, तराई आर गाम आ शहरधरि बच्चा, युवा, युवती तथा प्रौढसभक हूल तथा जत्थासभ हातमे रङ्ग आ रङ्गीन घोल पदार्थ लऽ गीत गावैत, बजावैत, मनोरञ्जन होहल्ला करैत आपसी रिसराग छोड़िक उत्साह आ उमङ्गक साथ मनबैत अछि ।(पूरा लेख...)

अप्रैल, २०१९ क मुख्य लेख

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विद्यापति (जन्म:१३५२-१४४८) मैथिली साहित्यके आदि कवि छलाह । विद्यापतिक जन्म १३५२ ई.क लगाइतमे बिस्फी गाममे भेलन्हि । हिनकर परवर्ती सभ आइ-काल्हि सौराठ गाममे रहैत छथि । एकर प्रमाण निम्न गप सभसँ लगैत अछि । १३९४-९६ क बीच कएल पदक समर्पण गियासौद्दीन आजमशाह आ नसरत शाहकेँ कएल गेल अछि । देव सिंहक आदेश सँ १४०० ई.क लगातिमे ई “भू-परिक्रमा लिखलन्हि । १४०२-०४ क बीच कीर्तिलताक रचना कीर्ति सिंहक राज्यकालमे कएलन्हि । १४०९-१४१५ ई.क बीच कीर्तिपताकाक रचना । पूर्वार्ध १४०९ क लगातिमे मे - हरि केलि अर्जुन सिंहक कीर्तिगाथासँ सम्बन्धित अछि आ उत्तरार्ध १४१५ क लगातिमे शिवसिंहक युद्ध आ तिरोधानसँ सम्बद्ध अछि । विद्यापति जीक आदेशसँ १४१० ई. मे “काव्य प्रकाश विवेक”क प्रतिलिपि बनाओल गेल । १४१० ई.मे शिवसिंहक राज्यारोहण भेल आ एहि उपक्ष्यमे विद्यापतिकेँ बिसपीक दानपत्र प्रदान कएल गेल । शिवसिंहक राज्यकाल १४१०-१४ ई. धरि रहल आ एहि अवधिमे गोरक्ष विजय नाटक, पुरुष-परीक्षा आ मैथिली-पदावलीक अधिकांश भागक रचना भेल । (पूरा लेख...)

मई, २०१९ क मुख्य लेख

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मुक्तिनाथ हिन्दू तथा बौद्धमार्गीसभक लेल एक महत्वपूर्ण तिर्थस्थल छी । ई तिर्थस्थल समुद्र सतहसँ ३,७१० मीटरक उचाईमे नेपालक हिमालय पारक मुस्ताङ जिलामे अवस्थित अछि । ई मन्दिरकें हिन्दूसभ मुक्ति क्षेत्र तथा बौद्धमार्गीसभ तिब्बती भाषामे छुमिङ ग्यात्सा (अर्थ 'सय पानी') कहैत अछि । तिब्बती बौद्धमार्गीसभक २४ तान्त्रिक स्थानसभमे सँ छुमिङ ग्यात्सा सेहो एक छी । मुक्तिनाथ वैष्‍णव सम्प्रदायक सेहो प्रमुख मन्दिरसभमे सँ एक छी । ई तिर्थस्थल शालिग्राम भगवानक लेल प्रसिद्ध रहल अछि । शालिग्राम बास्तवमे एकटा पवित्र शिला छी जकरा हिन्दू धर्ममे पुजनिय मानल जाइत अछि । ई मुख्य रुपमे कालीगण्डकी नदीमे मिलैत अछि । जहि क्षेत्रमे मुक्तिनाथ अवस्थित अछि ओ ठामके मुक्तिक्षेत्र कहल जाइत अछि । हिन्दु धार्मिक मान्‍यताक आधारमे ई एहन क्षेत्र छी, जतय लोकसभके मुक्ति अथवा मोक्ष प्राप्‍त होइत अछि । मुक्तिनाथक यात्रा जटिल अछि मुदा तबो हजारो सङ्ख्यामे हिन्दू धर्मावलम्बी एतय तिर्थ करबाक तिर्थयात्री आबैत अछि । ई हिन्दु धर्मक दुर्गम तिर्थस्थलमे सँ एक छी।(पूरा लेख...)

जुन, २०१९ क मुख्य लेख

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अबुल पकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम या डाक्टर एपिजे अब्दुल कलाम (१५ अक्टुबर १९३१ – २७ जुलाई २०१५) जे मिसाइल म्यानजनताक राष्ट्रपति कऽ नामसँ जानल जाएत छल, भारतीय गणतन्त्रक एगारहम निर्वाचित राष्ट्रपति छलाह। ओ भारतक पूर्व राष्ट्रपति, जानल मानल वैज्ञानिकअभियन्ताक (इन्जिनियर) रूपमे विख्यात छल। ओ मुख्य रूप सँ एकटा वैज्ञानिक आ विज्ञानक व्यवस्थापकक रूपम चारि दशक धरि रक्षा अनुसन्धान एवम् विकास सङ्गठन (डिआरडिओ) आ भारतीय अन्तरिक्ष अनुसन्धान सङ्गठनक (इसरो) नेतृत्व केनए छल आ भारतक नागरिक अन्तरिक्ष कार्यक्रम आ सैन्य मिसाइलक विकासक प्रयासमे सेहो सामिल रहल छल। ओ ब्यालेस्टिक मिसाइल आ प्रक्षेपण यान प्राविधिकक विकासक कार्यकें लेल भारतमे मिसाइल म्यानक रूपमे जानल जाएत अछि। कलाम सन् १९७४ मे भारतद्वारा पहिल मूल परमाणु परीक्षणक बादसँ दोसर बेर सन् १९९८ मे भारतक पोखरान-द्वितीय परमाणु परीक्षणमे एकटा निर्णायक, सङ्गठनात्मक, प्राविधिक आ राजनैतिक भूमिका निर्वाह केनए छल।(पूरा लेख...)

जुलाई, २०१९ क मुख्य लेख

दरवार साहिब

श्री हरिमन्दिर साहिब (पञ्जाबी भाषा: ਹਰਿਮੰਦਰ ਸਾਹਿਬ; हरिमन्दर साहिब, हरमन्दिर साहिब), जेकरा दरबार साहिब या स्वर्ण मन्दिर सेहो कहल जाएत अछि सिख धर्मावलम्बिसभक पावनतम धार्मिक स्थल या सबसँ प्रमुख गुरुद्वारा छी । ई भारतक राज्य पञ्जाबक अमृतसर सहरमे स्थित अछि आर एतय के सबसँ बडका आकर्षण छी ।

पुरा अमृतसर सहर स्वर्ण मन्दिरक चारो दिस बसल अछि । स्वर्ण मन्दिरमे प्रतिदिन हजारो श्रद्धालु आर पर्यटक आबैत अछि । अमृतसरक नाम वास्तवमे ओ सरोवरक नाम पर रखाल गेल अछि जेकर निर्माण गुरु राम दास स्वयम अपन हाथ सँ केने छल । ई गुरुद्वारा एहि सरोवरक बिचोबिच स्थित अछि । एहि गुरुद्वारेक बाहरी हिस्सा सोनाक बनल अछि, एहि लेल एकरा स्वर्ण मन्दिर आ गोल्डन टेम्पलक नाम सँ सेहो जानल जाएत अछि । श्री हरिमन्दिर साहिबक दरबार साहिब क नाम सँ सेहो ख्याति हासिल अछि । ओना त ई सिखक गुरुद्वारा छी, मुदा एकर नाममे मन्दिर शब्दक जोडनाए ई स्पष्ट करैत अछि की भारतमे सब धर्मक एक समान मानल जाएत अछि । (पूरा लेख...)

अगस्त, २०१९ क मुख्य लेख

सचिन तेन्दुलकर

सचिन रमेश तेन्दुलकर एक पूर्व भारतीय क्रिकेट खेलाडी आ कप्तान छी। क्रिकेटक इतिहासमे सचिनके विश्वक सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजसभमे गिनल जाएत अछि। भारतक सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न सँ सम्मानित होमए वाला ओ सर्वप्रथम खेलाडी आ सब सँ कम उमरक व्यक्ति छी। सचिन तेन्दुलकर राजीव गान्धी खेल रत्न पुरस्कार सँ सम्मानित एकमात्र क्रिकेट खेलाडी छी। सन् २००८ मे हुनका पद्म विभूषण सँ सेहो पुरस्कृत कएल गेल छल।

सन् १९८९ मे अन्तर्राष्ट्रिय क्रिकेटमे पदार्पण कएलाक पश्चात् ओ बल्लेबाजीमे बहुत रास कीर्तिमान स्थापित केनए अछि। ओ टेस्टएकदिवसीय क्रिकेट, दुनू स्वरूपमे सर्वाधिक शतक बनेनिहार खेलाडी छी। (पूरा लेख...)

सितम्बर, २०१९ क मुख्य लेख

विश्व सम्पदा क्षेत्र, ताजमहल

संयुक्त राष्ट्र सङ्घीय अङ्ग युनेस्कोद्वारा बहुमूल्य सम्पदाक रूपमे सूचीकृत विश्वक स्मारक आ स्थानसभके युनेस्को विश्व सम्पदा क्षेत्र कहल जाएत अछि। युनेस्को कोनो भी राष्ट्रक विशेष सांस्कृतिक महत्व राखऽवाला (जेना वन, पहाड़, ताल, द्वीप, मरुभूमि, स्मारक, भवन, वा शहर) धरोहरसभकें अपन सूचीमे सूचीबद्ध करैत अछि। कोनो भी सम्पदाकें विश्व सम्पदा समितिद्वारा चयन कएल जाएत अछि आ एहि समिति ई सम्पदा क्षेत्रकें रेखदेख युनेस्कोकें तत्वाधानमे करैत अछि।

ई कार्यक्रमक उद्देश्य विश्वक एहन स्थलसभके सूचीबद्ध केनाए आ संरक्षित केनाए होएत अछि जे विश्व संस्कृतिक दृष्टि सँ मानवताक लेल महत्वपूर्ण होएत होए। कोनो खास परिस्थितिमे एहन सम्पदासभकें ई समितिद्वारा आर्थिक सहयोग सेहो प्रदान कएल जाएत अछि। सन् २०१९ जुलाई ३१ धरिमे १६७ राष्ट्रक १,१२१ क्षेत्रके विश्व सम्पदाक रूपमे सूचीकृत कएल गेल अछि जहिमे ८६९ सांस्कृतिक, २१३ प्राकृतिक आ ३९ मिश्रित सम्पदा रहल अछि। (पूरा लेख...)

अक्टुबर, २०१९ क मुख्य लेख

दिपक ईजोतसँ चमकैत रङ्गोली

दीपावाली या दीवाली अर्थात इजोतक पावनि शरद ऋतु (उत्तरी गोलार्द्ध)मे प्रत्येक वर्ष मनायल जाइवला एक प्राचीन हिन्दू पावनि छी । दीपावाली हिन्दु धर्मावलम्वीसभक सबसँ पैग आ हर्ष-उल्लासक पावनिसभमे सँ एक छी । ई पावनि आध्यात्मिक रूपसँ अन्धकार पर प्रकाशक विजयकें दर्शावैत अछि । भारतवर्षमे मनाए जाइवला सम्पूर्ण पावनिसभमे दीपावलीकें सामाजिक आ धार्मिक दुनू दृष्टिसँ अत्यधिक महत्त्व अछि । एकरा दीपोत्सव सेहो कहल जाइत अछि । तमसो मा ज्योतिर्गमय अर्थात अन्धकारसँ ज्योति अर्थात प्रकाशक दिस चली ई उपनिषदसभक आज्ञा छी । एकरा सिख, बौद्ध तथा जैन धर्मक लोकसभ सेहो मनावैत अछि । जैन धर्मक लोक एकरा महावीरक मोक्ष दिवसक रूपमे मनावैत अछि तथा सिख समुदाय एकरा बन्दी छोड़ दिवसक रूपमे मनावैत अछि । (पूरा लेख...)

नवम्बर, २०१९ क मुख्य लेख

उत्तर कोरियाक प्रमुख नेता किम इल-सुङ आ किम जोङ-इलक प्रतिमा

उत्तर कोरिया आधिकारिक रूपसँ प्रजातान्त्रिक जनवादी गणतन्त्र कोरिया पूर्वी एसियामे कोरिया प्रायद्वीपक उत्तरमे बसल एक देश छी । देशक राजधानी आ सभसँ पैग शहर प्योङयाङ छी । कोरिया प्रायद्वीपक ३८अम समानान्तर पर बनाएल गेल कोरियाली सैन्यविहीन क्षेत्र उत्तर कोरिया आ दक्षिण कोरियाक बीच विभाजन रेखाक रूपमे काज करैत अछि । अमनोक नदी आ तुमेन नदी उत्तर कोरिया आ चीनक बीच सीमाक निर्धारण करैत अछि, ओतय अती उत्तर-पूर्वी छोर पर तुमेन नदीक एक शाखा रूसक साथ सीमा बनबैत अछि । सन् १९१० मे, कोरिया साम्राज्य पर जापानद्वारा कब्जा करि लेल गेल छल । सन् १९४५ मे द्वितीय विश्वयुद्धक अन्तमे जापानी आत्मसमर्पणक बाद, कोरियाकेँ संयुक्त राज्यसोभियत सङ्घद्वारा दुई क्षेत्रसभमे विभाजित करि देल गेल, जतय एकर उत्तरी क्षेत्र पर सोभियत सङ्घ तथा दक्षिण क्षेत्र पर अमेरिकाद्वारा कब्जा करि लेल गेल । (पूरा लेख...)

दिसम्बर, २०१९ क मुख्य लेख

मदर टेरेसा

मदर टेरेसा (२६ अगस्त १९१०- ५ सितम्बर १९९७)क जन्म अग्नेसे गोङ्क्से बोजसियुक नामसँ एक अल्बेनियाली परिवारमे उस्कुब, ओटोमन साम्राज्य (एखन सोप्जे, म्यासेडोनिया)मे भेल छल। मदर टेरसा रोमन क्याथोलिक नन छल, जकरा भारतीय नागरिकता छल। ओ सन् १९५० मे कोलकातामे मिसनरिज अफ च्यारिटीक स्थापना केनए छल । ४५ वर्षधरि गरीब, बीमार, अनाथ आ असहाय व्यक्तिसभक मद्दति केलक आ सङ्गे च्यारिटीक मिसनरिजक प्रसारक मार्ग प्रसस्त केनए छल।

सन् १९७० तक ओ गरीब आओर असहायक लेल अपन मानवीय कार्यसभक लेल प्रसिद्द भेल छलीह, माल्कोम मुगेरिजक बहुत रास वृत्तचित्र आ पुस्तक समथिङ ब्युटिफुल फर गड मे हिनकर उल्लेख कएल गेल अछि। ओ सन् १९७९ मे नोबेल शान्ति पुरस्कार आ सन् १९८० मे भारतक सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न प्राप्त केनए छल। मदर टेरेसाक जीवनकालमे मिसनरिज अफ च्यारिटीक कार्य लगातार विस्तृत भेल छल आ हुनकर मृत्युक समयधरि ई संस्था १२३ देशमे ६१० मिसन नियन्त्रित करि रहल छल। (पूरा लेख...)