"राजविराज" के अवतरणसभमे अन्तर

मैथिली विकिपिडियासँ, एक मुक्त विश्वकोश
+सुधार
+सामग्री
पङ्क्त्ति ६७: पङ्क्त्ति ६७:
|footnotes =
|footnotes =
}}
}}
'''राजविराज''' ({{Lang-en|Rajbiraj}}) पूर्वी [[नेपाल]]क [[प्रदेश नं. २]] अन्तर्गत [[सगरमाथा अञ्चल]]क [[सप्तरी जिला]]मे अवस्थित एक शहर छी । ई नेपालक एक प्रसिद्ध शहर होमएक संगे सप्तरी जिलाक सदरमोकाम छी । नेपालक पहिल टाउन प्लानिङ<ref>{{Citation |title=Rajbiraj revisited-NepaliTimes |url=http://nepalitimes.com/news.php?id=5454#.WawxMM1LfIU |accessdate=2017-09-03}}</ref> करि बसाएल [[सप्तरी जिला]]क सदरमुकाम राजविराज [[तराई|तराई क्षेत्र]]क सब सँ पहिल आ अधिराज्यक नेपाल देशक चारिम नगरपालिका छी । वि.सं. १९९४ दिस [[सप्तकोशी नदी]] जखन पुरान सदरमोकाम हनुमाननगर कटान केनाए सुरु कऽ देलक<ref>{{Cite book |url=https://books.google.com.np/books?id=O3RuAAAAMAAJ&q=Rajbiraj+history&dq=Rajbiraj+history&hl=en&sa=X&redir_esc=y |title=Military history of Nepal |last=Hamal |first=Lakshman B. |date=1995 |publisher=Sharda Pustak Mandir |language=en}}</ref> तखन सदरमुकाम आन ठाम घसकेबाक निर्णय कएल गेल आ आ ओकरे फलस्वरूप तत्कालीन बडाहाकिम प्रकाशशमशेर जबरा उपयुक्त ठाम खोजि शहर बसेबाक जिम्मेवारी ख्यातिप्राप्त इन्जिनीयर [[डिल्लीजङ्ग थापा]]के देलक । ओ अपन जमीनदारी मौजा रहल जोलहरी [[मलेठ]] गाम नजदिक राजपुर मौजामे सदरमुकाम बनेबाक निर्णय केलक । ओ समयमे सुन्दर शहरक रूपमे प्रसिद्धि पाबल [[भारत]]क गुलाबी शहर [[जयपुर]]क नक्साक आधारमे टाउन प्लानिङ करि वि.सं. १९९८ मे राजविराज शहर बैसाएल गेल छल ।<ref>http://www.spotlightnepal.com/news/article/what-went-wrong-madhesh-nepal-dilli-jung-thapa</ref><ref>http://www.housingnepal.com/articles/display/rapid-urbanization-in-nepal-an-asset-or-liability </ref>
'''राजविराज''' ({{Lang-en|Rajbiraj}}) पूर्वी [[नेपाल]]क [[प्रदेश नं. २]] अन्तर्गत [[सगरमाथा अञ्चल]]क [[सप्तरी जिला]]मे अवस्थित एक शहर छी । ई नेपालक एक प्रसिद्ध शहर होमएक संगे सप्तरी जिलाक सदरमोकाम छी । नेपालक पहिल टाउन प्लानिङ<ref>{{Citation |title=Rajbiraj revisited-NepaliTimes |url=http://nepalitimes.com/news.php?id=5454#.WawxMM1LfIU |accessdate=2017-09-03}}</ref> करि बसाएल [[सप्तरी जिला]]क सदरमुकाम राजविराज [[तराई|तराई क्षेत्र]]क सब सँ पहिल आ अधिराज्यक चारिम नगरपालिका छी । वि.सं. १९९४ दिस [[सप्तकोशी नदी]] जखन पुरान सदरमोकाम हनुमाननगर कटान केनाए सुरु कऽ देलक<ref>{{Cite book |url=https://books.google.com.np/books?id=O3RuAAAAMAAJ&q=Rajbiraj+history&dq=Rajbiraj+history&hl=en&sa=X&redir_esc=y |title=Military history of Nepal |last=Hamal |first=Lakshman B. |date=1995 |publisher=Sharda Pustak Mandir |language=en}}</ref> तखन सदरमुकाम आन ठाम घसकेबाक निर्णय कएल गेल आ आ ओकरे फलस्वरूप तत्कालीन बडाहाकिम प्रकाशशमशेर जबरा उपयुक्त ठाम खोजि शहर बसेबाक जिम्मेवारी ख्यातिप्राप्त इन्जिनीयर [[डिल्लीजङ्ग थापा]]के देलक । ओ अपन जमीनदारी मौजा रहल जोलहरी [[मलेठ]] गाम नजदिक राजपुर मौजामे सदरमुकाम बनेबाक निर्णय केलक । ओ समयमे सुन्दर शहरक रूपमे प्रसिद्धि पाबल [[भारत]]क गुलाबी शहर [[जयपुर]]क नक्साक आधारमे टाउन प्लानिङ करि वि.सं. १९९८ मे राजविराज शहर बैसाएल गेल छल ।<ref>http://www.spotlightnepal.com/news/article/what-went-wrong-madhesh-nepal-dilli-jung-thapa</ref><ref>http://www.housingnepal.com/articles/display/rapid-urbanization-in-nepal-an-asset-or-liability </ref>


==इतिहास आ विकास==
==इतिहास आ विकास==
वर्तमान राजविराज नगरक नामकरण राजविराजक पूर्वी भागक भलुवाही नदीके किनारमे अवस्थित पुरान इतिहासक प्रख्यात [[राजदेवी भगवती मन्दिर]]क नामसँ राजविराज नाम रहलगेल बात बहुतेक पुस्तकमे उल्लेख कएल गेल अछि ।<ref>{{Cite book |url=https://books.google.com.np/books?id=xElQAQAAIAAJ&q=%25E0%25A4%25B0%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%259C%25E0%25A4%25A6%25E0%25A5%2587%25E0%25A4%25B5%25E0%25A5%2580+%25E0%25A4%25AE%25E0%25A4%25A8%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25A6%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%25B0&dq=%25E0%25A4%25B0%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%259C%25E0%25A4%25A6%25E0%25A5%2587%25E0%25A4%25B5%25E0%25A5%2580+%25E0%25A4%25AE%25E0%25A4%25A8%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25A6%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%25B0&hl=en&sa=X&redir_esc=y |title=Saptarī Jillākā pramukha sāṃskr̥tika sthalaharu: eka adhyayana : laghuanusandhānakārya |last=Dāsa |first=Harikānta Lāla |date=2003 |publisher=Nepāla Rājakīya Prajñā-Pratishṭhāna |language=ne}}</ref> राजदेवी भगवतीकें सेन राजाक इष्टदेवी मानल जाइत अछि । राजदेवी मन्दिर एतय अवस्थित होमएक कारण एतय सेन राजासभक कचहरी, दरवार, किला रहनाए छी । शहर विकासक लेल आवश्यक आधारसभ भेलाक कारण वि.सं. २०१६ सालमे राजविराजकें नगरपालिका घोषणा कएल गेल । नगरपालिकाक [[पूर्व]]मे [[महादेवा गाउँपालिका]] आ [[तिलाठी कोईलाडी गाउँपालिका]], [[पश्चिम]]मे [[बेल्ही चपेना गाउँपालिका]] आ [[रायपुर गाउँपालिका]], [[उत्तर]]मे [[रुपनी गाउँपालिका]] आ [[कृष्णासवरन गाउँपालिका]] तथा [[दक्षिण]]मे [[छिन्नमस्ता गाउँपालिका]] अछि । योजनाबद्ध रूपसँ व्यवस्थित राजविराज नगर व्यवसायिक रूपसँ वि.सं. २०१० सालदिस पूर्वी नेपालको [[तराई]] आ पहाडी जिलाक व्यापारिक केन्द्रक रूपमे विकसित भेल । नगरपालिका भितरमे ऐतिहासिक राजदेवी, दुर्गा भगवती, वागेश्वरी भगवती, हनुमान, रामजानकी, राधाकृष्ण, विष्णु, बैष्णवी काली, महादेव जका मठ मन्दिर तथा मुस्लिम समुदाय क जामे मस्जिद आ जैन धर्मावलम्बीसभक मन्दिर अछि ।<ref>{{Citation |last=Today |first=News |title=राजविराजको राजदेवी मन्दिरः जहाँ भक्तजनको भाकल पुरा हुने जनविश्वास |date=१९ फाल्गुन २०७२, बुधबार २०:०४ |url=http://newstoday.com.np/2016/03/02/4847 |accessdate=2017-09-03}}</ref>
वर्तमान राजविराज नगरक नामकरण राजविराजक पूर्वी भागक भलुवाही नदीके किनारमे अवस्थित पुरान इतिहासक प्रख्यात [[राजदेवी भगवती मन्दिर]]क नामसँ राजविराज नाम रहलगेल बात बहुतेक पुस्तकमे उल्लेख कएल गेल अछि ।<ref>{{Cite book |url=https://books.google.com.np/books?id=xElQAQAAIAAJ&q=%25E0%25A4%25B0%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%259C%25E0%25A4%25A6%25E0%25A5%2587%25E0%25A4%25B5%25E0%25A5%2580+%25E0%25A4%25AE%25E0%25A4%25A8%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25A6%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%25B0&dq=%25E0%25A4%25B0%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%259C%25E0%25A4%25A6%25E0%25A5%2587%25E0%25A4%25B5%25E0%25A5%2580+%25E0%25A4%25AE%25E0%25A4%25A8%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25A6%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%25B0&hl=en&sa=X&redir_esc=y |title=Saptarī Jillākā pramukha sāṃskr̥tika sthalaharu: eka adhyayana : laghuanusandhānakārya |last=Dāsa |first=Harikānta Lāla |date=2003 |publisher=Nepāla Rājakīya Prajñā-Pratishṭhāna |language=ne}}</ref> राजदेवी भगवतीकें सेन राजाक इष्टदेवी मानल जाइत अछि । राजदेवी मन्दिर एतय अवस्थित होमएक कारण एतय सेन राजासभक कचहरी, दरवार, किला रहनाए छी । शहर विकासक लेल आवश्यक आधारसभ भेलाक कारण वि.सं. २०१६ सालमे राजविराजकें नगरपालिका घोषणा कएल गेल । नगरपालिकाक [[पूर्व]]मे [[महादेवा गाउँपालिका]] आ [[तिलाठी कोईलाडी गाउँपालिका]], [[पश्चिम]]मे [[बेल्ही चपेना गाउँपालिका]] आ [[रायपुर गाउँपालिका]], [[उत्तर]]मे [[रायपुर गाउँपालिका]] आ [[कृष्णासवरन गाउँपालिका]] तथा [[दक्षिण]]मे [[छिन्नमस्ता गाउँपालिका]] अछि । योजनाबद्ध रूपसँ व्यवस्थित राजविराज नगर व्यवसायिक रूपसँ वि.सं. २०१० सालदिस पूर्वी नेपालको [[तराई]] आ पहाडी जिलाक व्यापारिक केन्द्रक रूपमे विकसित भेल । नगरपालिका भितरमे ऐतिहासिक राजदेवी, दुर्गा भगवती, वागेश्वरी भगवती, हनुमान, रामजानकी, राधाकृष्ण, विष्णु, बैष्णवी काली, महादेव जका मठ मन्दिर तथा मुस्लिम समुदाय क जामे मस्जिद आ जैन धर्मावलम्बीसभक मन्दिर अछि ।<ref>{{Citation |last=Today |first=News |title=राजविराजको राजदेवी मन्दिरः जहाँ भक्तजनको भाकल पुरा हुने जनविश्वास |date=१९ फाल्गुन २०७२, बुधबार २०:०४ |url=http://newstoday.com.np/2016/03/02/4847 |accessdate=2017-09-03}}</ref>


==जनसङ्ख्या==
==जनसङ्ख्या==
नेपालक [[२०११ नेपाल जनगणना|जनगणना]] वि.सं. २०६८ क अनुसार राजविराजक कूल जनसङ्ख्या ६७,२६२ अछि जहिमे पुरुषक सङ्ख्या ३४,६८४ आ महिलाक सङ्ख्या ३२,५७८ अछि । ई शहरक साक्षरता दर ७९.७१% अछि जहिमे पुरुषक साक्षरता दर ८८.४०% आ महिलाक साक्षरता दर ७०.२४% अछि ।<ref name="Rajbiraj Demography">{{cite web|title=National Population and Housing Census 2011|url=http://cbs.gov.np/wp-content/uploads/2014/04/15%20Saptari_VDCLevelReport.pdf|website=Central Bureau of Statistics|accessdate=1 March 2014}}</ref> २०६८ क राष्ट्रिय जनगणना प्रतिवेदन अनुसार राजविराजक [[हिन्दू]] धर्मावलम्बी मुख्य धर्मक रूपमे अछि । मुख्यतया हिन्दू धर्म माननिहारक सङ्ख्या बेसी अछि । हिन्दू धर्मावलम्बीक सङ्ख्या ८७%, [[मुस्लिम]] धर्मावलम्बीक सङ्ख्या १०.८९%, [[जैन]] धर्मावलम्बीक सङ्ख्या १.२६% अछि तँ शिखक सङ्ख्या ०.६४% रहल अछि ।<ref name="Rajbiraj Demography" /> राजविराज शहरमे विभिन्न जातजातिक लोकसभ बसोबास रहल अछि जहिमे [[कायस्थ]], [[ब्राह्मण (मैथिल)|ब्राह्मण]], [[राजपुत]], [[देव|वैश्य]], [[तेली]], [[यादव]], [[बनिया]], [[मारवाड़ी]], [[थाररू]], [[लोहार]], [[धानुक]] आदी अछि ।


{{bar box
==सन्दर्भ सूची==
|title=राजविराजमे धर्मावलम्बी <ref name="Rajbiraj Demography" />
|titlebar=#Fcd116
|left1=धर्म
|right1=प्रतिशत
|float=right
|bars=
{{bar percent|[[हिन्दू]]|#FF6600|८७.०१}}
{{bar percent|[[इस्लाम]]|#009000|१०.८९}}
{{bar percent|[[जैन]]|#FFFF00|१.२६}}
{{bar percent|शिख|#808080|०.६४}}
{{bar percent|अन्य|#808080|०.२०}}
<small>अन्य धर्मावलम्बी (०.१९%)</small>
}}
राजविराजमे बाजल जाइवला मुख्य भाषा [[मैथिली भाषा|मैथिली]] छी जे मुख्यतया सभ वर्गक लोकद्वारा बाजल जाइत अछि । मैथिली भाषाक बाद सभ सँ बेसी बाजल जाइवला भाषा [[नेपाली भाषा|नेपाली]] छी । अन्य भाषासभ बहुत कम बाजल जाइत अछि ।<ref name="Rajbiraj Demography" />

==मौसम==

==शैक्षिक संस्थानसभ==


==सन्दर्भ सामग्रीसभ==
{{reflist}}
{{reflist}}


==बाह्य जडीसभ==
==बाह्य जडीसभ==
{{Commonscat|Rajbiraj|राजविराज}}



==एहो सभ देखी==
==एहो सभ देखी==

अन्तिम परिवर्तन २३:०१, ३ सितम्बर २०१७

राजविराज
शहर
Rajbiraj
शहरक प्रसिद्ध त्रिभुवन चोक (वर्तमान गजेन्द्र चोक)
शहरक प्रसिद्ध त्रिभुवन चोक (वर्तमान गजेन्द्र चोक)
देश नेपाल
प्रदेशप्रदेश नं. २
विकास क्षेत्रपूर्वाञ्चल विकास क्षेत्र
अञ्चलसगरमाथा अञ्चल
जिलासप्तरी जिला
क्षेत्रफल
 • कुल५२ किमी (२० वर्गमाइल)
उन्नतांश
७६ मिटर (२४९ फिट)
जनसङ्ख्या
 (वि.स. २०६८)
 • कुल६७,२६२[१][२]
समय क्षेत्रयुटिसी+५:४५ (नेपालक प्रमाणिक समय)
डाक कोड
५४६००
क्षेत्रीय सङ्केत०३१
वेबसाइटrajbirajmun.gov.np

राजविराज (अङ्ग्रेजी: Rajbiraj) पूर्वी नेपालक प्रदेश नं. २ अन्तर्गत सगरमाथा अञ्चलक सप्तरी जिलामे अवस्थित एक शहर छी । ई नेपालक एक प्रसिद्ध शहर होमएक संगे सप्तरी जिलाक सदरमोकाम छी । नेपालक पहिल टाउन प्लानिङ[३] करि बसाएल सप्तरी जिलाक सदरमुकाम राजविराज तराई क्षेत्रक सब सँ पहिल आ अधिराज्यक चारिम नगरपालिका छी । वि.सं. १९९४ दिस सप्तकोशी नदी जखन पुरान सदरमोकाम हनुमाननगर कटान केनाए सुरु कऽ देलक[४] तखन सदरमुकाम आन ठाम घसकेबाक निर्णय कएल गेल आ आ ओकरे फलस्वरूप तत्कालीन बडाहाकिम प्रकाशशमशेर जबरा उपयुक्त ठाम खोजि शहर बसेबाक जिम्मेवारी ख्यातिप्राप्त इन्जिनीयर डिल्लीजङ्ग थापाके देलक । ओ अपन जमीनदारी मौजा रहल जोलहरी मलेठ गाम नजदिक राजपुर मौजामे सदरमुकाम बनेबाक निर्णय केलक । ओ समयमे सुन्दर शहरक रूपमे प्रसिद्धि पाबल भारतक गुलाबी शहर जयपुरक नक्साक आधारमे टाउन प्लानिङ करि वि.सं. १९९८ मे राजविराज शहर बैसाएल गेल छल ।[५][६]

इतिहास आ विकास

वर्तमान राजविराज नगरक नामकरण राजविराजक पूर्वी भागक भलुवाही नदीके किनारमे अवस्थित पुरान इतिहासक प्रख्यात राजदेवी भगवती मन्दिरक नामसँ राजविराज नाम रहलगेल बात बहुतेक पुस्तकमे उल्लेख कएल गेल अछि ।[७] राजदेवी भगवतीकें सेन राजाक इष्टदेवी मानल जाइत अछि । राजदेवी मन्दिर एतय अवस्थित होमएक कारण एतय सेन राजासभक कचहरी, दरवार, किला रहनाए छी । शहर विकासक लेल आवश्यक आधारसभ भेलाक कारण वि.सं. २०१६ सालमे राजविराजकें नगरपालिका घोषणा कएल गेल । नगरपालिकाक पूर्वमे महादेवा गाउँपालिकातिलाठी कोईलाडी गाउँपालिका, पश्चिममे बेल्ही चपेना गाउँपालिकारायपुर गाउँपालिका, उत्तरमे रायपुर गाउँपालिकाकृष्णासवरन गाउँपालिका तथा दक्षिणमे छिन्नमस्ता गाउँपालिका अछि । योजनाबद्ध रूपसँ व्यवस्थित राजविराज नगर व्यवसायिक रूपसँ वि.सं. २०१० सालदिस पूर्वी नेपालको तराई आ पहाडी जिलाक व्यापारिक केन्द्रक रूपमे विकसित भेल । नगरपालिका भितरमे ऐतिहासिक राजदेवी, दुर्गा भगवती, वागेश्वरी भगवती, हनुमान, रामजानकी, राधाकृष्ण, विष्णु, बैष्णवी काली, महादेव जका मठ मन्दिर तथा मुस्लिम समुदाय क जामे मस्जिद आ जैन धर्मावलम्बीसभक मन्दिर अछि ।[८]

जनसङ्ख्या

नेपालक जनगणना वि.सं. २०६८ क अनुसार राजविराजक कूल जनसङ्ख्या ६७,२६२ अछि जहिमे पुरुषक सङ्ख्या ३४,६८४ आ महिलाक सङ्ख्या ३२,५७८ अछि । ई शहरक साक्षरता दर ७९.७१% अछि जहिमे पुरुषक साक्षरता दर ८८.४०% आ महिलाक साक्षरता दर ७०.२४% अछि ।[९] २०६८ क राष्ट्रिय जनगणना प्रतिवेदन अनुसार राजविराजक हिन्दू धर्मावलम्बी मुख्य धर्मक रूपमे अछि । मुख्यतया हिन्दू धर्म माननिहारक सङ्ख्या बेसी अछि । हिन्दू धर्मावलम्बीक सङ्ख्या ८७%, मुस्लिम धर्मावलम्बीक सङ्ख्या १०.८९%, जैन धर्मावलम्बीक सङ्ख्या १.२६% अछि तँ शिखक सङ्ख्या ०.६४% रहल अछि ।[९] राजविराज शहरमे विभिन्न जातजातिक लोकसभ बसोबास रहल अछि जहिमे कायस्थ, ब्राह्मण, राजपुत, वैश्य, तेली, यादव, बनिया, मारवाड़ी, थाररू, लोहार, धानुक आदी अछि ।

अन्य धर्मावलम्बी (०.१९%)
राजविराजमे धर्मावलम्बी [९]
धर्म प्रतिशत
हिन्दू
  
८७.०१%
इस्लाम
  
१०.८९%
जैन
  
१.२६%
शिख
  
०.६४%
अन्य
  
०.२०%

राजविराजमे बाजल जाइवला मुख्य भाषा मैथिली छी जे मुख्यतया सभ वर्गक लोकद्वारा बाजल जाइत अछि । मैथिली भाषाक बाद सभ सँ बेसी बाजल जाइवला भाषा नेपाली छी । अन्य भाषासभ बहुत कम बाजल जाइत अछि ।[९]

मौसम

शैक्षिक संस्थानसभ

सन्दर्भ सामग्रीसभ

  1. "National Population and Housing Census 2011" (PDF)। National Planning Commission Secretariat, Central Bureau of Statistics (CBS), Government of Nepal। November 2012।
  2. "New Structure of Nepal" (PDF)। MOFALD, Government of Nepal। March 2017।
  3. Rajbiraj revisited-NepaliTimes, अन्तिम पहुँच 2017-09-03
  4. Hamal, Lakshman B. (1995) (enमे). Military history of Nepal. Sharda Pustak Mandir. https://books.google.com.np/books?id=O3RuAAAAMAAJ&q=Rajbiraj+history&dq=Rajbiraj+history&hl=en&sa=X&redir_esc=y. 
  5. http://www.spotlightnepal.com/news/article/what-went-wrong-madhesh-nepal-dilli-jung-thapa
  6. http://www.housingnepal.com/articles/display/rapid-urbanization-in-nepal-an-asset-or-liability
  7. Dāsa, Harikānta Lāla (2003) (neमे). Saptarī Jillākā pramukha sāṃskr̥tika sthalaharu: eka adhyayana : laghuanusandhānakārya. Nepāla Rājakīya Prajñā-Pratishṭhāna. https://books.google.com.np/books?id=xElQAQAAIAAJ&q=%25E0%25A4%25B0%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%259C%25E0%25A4%25A6%25E0%25A5%2587%25E0%25A4%25B5%25E0%25A5%2580+%25E0%25A4%25AE%25E0%25A4%25A8%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25A6%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%25B0&dq=%25E0%25A4%25B0%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%259C%25E0%25A4%25A6%25E0%25A5%2587%25E0%25A4%25B5%25E0%25A5%2580+%25E0%25A4%25AE%25E0%25A4%25A8%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25A6%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%25B0&hl=en&sa=X&redir_esc=y. 
  8. Today, News (१९ फाल्गुन २०७२, बुधबार २०:०४), राजविराजको राजदेवी मन्दिरः जहाँ भक्तजनको भाकल पुरा हुने जनविश्वास, अन्तिम पहुँच 2017-09-03 {{citation}}: |first= has generic name (help); Check date values in: |date= (help)
  9. ९.० ९.१ ९.२ ९.३ "National Population and Housing Census 2011" (PDF)Central Bureau of Statistics। अन्तिम पहुँच 1 March 2014

बाह्य जडीसभ

एहो सभ देखी