"कालिम्पोङ" के अवतरणसभमे अन्तर
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== मुख्य आकर्षण == |
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कलिंगपसभ एक बहुतही ब्यस्त शहर छी। ई कारण, क्हरूकि दार्जिलिङ आ गंगटोक एही शहर भऽ जाएत अछि। अहाँ अपन व्यस्त जिन्दगीसँ विश्राम लऽ आरामक कुछ पल व्यतीत करै सकै छी । गाडीसँ ई सहरके एक दिनमे घूम जा सकैत अछि। ई शहरके पैदल घुमकै लेल दुइ वा तीन दिन लागैत अछि। कलिंगपसभग पर्वोत्तर हिमालयक पछा स्थित अछि। कन्चनजन्घा श्रेणी तथा तिस्ता नदीक घाटीक बहुत सुन्दर नजारा देखैत अछि। |
कलिंगपसभ एक बहुतही ब्यस्त शहर छी। ई कारण, क्हरूकि दार्जिलिङ आ गंगटोक एही शहर भऽ जाएत अछि। अहाँ अपन व्यस्त जिन्दगीसँ विश्राम लऽ आरामक कुछ पल व्यतीत करै सकै छी । गाडीसँ ई सहरके एक दिनमे घूम जा सकैत अछि। ई शहरके पैदल घुमकै लेल दुइ वा तीन दिन लागैत अछि। कलिंगपसभग पर्वोत्तर हिमालयक पछा स्थित अछि। कन्चनजन्घा श्रेणी तथा तिस्ता नदीक घाटीक बहुत सुन्दर नजारा देखैत अछि। |
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=== गोम्पा रोम्प === |
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थोन्गशा गोम्पा कलिंगपसभगमे स्िथत सब मठसभमे सबसँ पुरा नै अछि। एकरा भूटानी मठक नामसँ जानैत अछि। ई मठक स्थापना १६६२ ई.मे भेल छल । ई मठक मूल संरचना अंग्रेजसभक आगमनसँ पहिला आन्तरिक झगडेमा नष्ट भेल छल । जोंग डोग पालरी फो ब्रांग गोंपा मठके दलाई लामासँ १९७६ ई.मे आम जनताके समर्पित केलक। ई मठ दूरपीन दारा चोटीमे स्थित अछि। ई मठमे बौद्धसभक प्रसिद्ध ग्रन्थ '''कंग्यूर' रखल गेल अछि। १०८ भागसभ भेल ई ग्रन्थ्ाके दलाई लामा तिब्बतसँ अपन साथ लावाने छल । ई मठक प्रार्थना कक्षक देवलसभमे बहुतही सुन्दर चित्रकारी कएल गेल अछि। ई मठक उपर मन्जिलमामे त्रिआयामी मण्डला अछि। ई मठक नजदीक नै थारपा चोइलिंग गोम्पा मठ अछि। ई मठ तिब्बतियन बौद्ध धर्मक जेलूपा सम्प्रदायसँ सम्बन्धित अछि। |
अन्तिम परिवर्तन २०:०६, १८ फरबरी २०१८
कालिम्पोङ | |
— सहर — | |
समय मण्डल: आइएसटी (युटिसी+५:३०) | |
देश | भारत |
राज्य | पश्चिम बंगाल |
जिला | दार्जिलिङ |
अध्यक्ष | नोर्देन लामा
altitude=1247 |
जनसङ्ख्या • घनत्व |
४०,१४३ (2001[अपडेट]) • ३८.०१ /किमी2 (९८ /वर्ग माइल) |
क्षेत्रफल | १,०५६.५ कि.मी२ (४०८ वर्ग माइल) |
विभिन्न कोड
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निर्देशाङ्क: २७°०४′N ८८°२८′E / २७.०६°N ८८.४७°E कालिम्पोङ पश्चिम बंगालक दार्जिलिङ जिलामे अवस्थित शहर छी। कालिम्पोङ १७०० ई. सिक्किमक एक भाग छल । १८ अम शताब्दीक प्रारम्भमे भूटानक राजा कब्जा केने छल । आंग्ल भूटान युद्ध पछा १८८५ ई.मे एकरा दार्जिलिङमे मिलाने अछि। १९ अम शताब्दीक उत्तरार्द्धमे स्काटिश मिशनरीसभक आगमन भेल । १९५० ई.धरि ई सहर हुनकर प्रमुख व्यापार केन्द्र छल । वर्तमानमे ई शहर पश्चिम बंगालक प्रमुख हिल स्टेशन छी।
मुख्य आकर्षण
कलिंगपसभ एक बहुतही ब्यस्त शहर छी। ई कारण, क्हरूकि दार्जिलिङ आ गंगटोक एही शहर भऽ जाएत अछि। अहाँ अपन व्यस्त जिन्दगीसँ विश्राम लऽ आरामक कुछ पल व्यतीत करै सकै छी । गाडीसँ ई सहरके एक दिनमे घूम जा सकैत अछि। ई शहरके पैदल घुमकै लेल दुइ वा तीन दिन लागैत अछि। कलिंगपसभग पर्वोत्तर हिमालयक पछा स्थित अछि। कन्चनजन्घा श्रेणी तथा तिस्ता नदीक घाटीक बहुत सुन्दर नजारा देखैत अछि।
गोम्पा रोम्प
थोन्गशा गोम्पा कलिंगपसभगमे स्िथत सब मठसभमे सबसँ पुरा नै अछि। एकरा भूटानी मठक नामसँ जानैत अछि। ई मठक स्थापना १६६२ ई.मे भेल छल । ई मठक मूल संरचना अंग्रेजसभक आगमनसँ पहिला आन्तरिक झगडेमा नष्ट भेल छल । जोंग डोग पालरी फो ब्रांग गोंपा मठके दलाई लामासँ १९७६ ई.मे आम जनताके समर्पित केलक। ई मठ दूरपीन दारा चोटीमे स्थित अछि। ई मठमे बौद्धसभक प्रसिद्ध ग्रन्थ कंग्यूर' रखल गेल अछि। १०८ भागसभ भेल ई ग्रन्थ्ाके दलाई लामा तिब्बतसँ अपन साथ लावाने छल । ई मठक प्रार्थना कक्षक देवलसभमे बहुतही सुन्दर चित्रकारी कएल गेल अछि। ई मठक उपर मन्जिलमामे त्रिआयामी मण्डला अछि। ई मठक नजदीक नै थारपा चोइलिंग गोम्पा मठ अछि। ई मठ तिब्बतियन बौद्ध धर्मक जेलूपा सम्प्रदायसँ सम्बन्धित अछि।