"मानवशास्त्र" के अवतरणसभमे अन्तर

मैथिली विकिपिडियासँ, एक मुक्त विश्वकोश
Biplab Anandद्वारा मनुष्य विज्ञान पृष्ठ मानवशास्त्र पर स्थानान्तरित कएलक: सही शीर्षक
सामग्री विस्तार
पङ्क्त्ति १: पङ्क्त्ति १:
[[File:The Forensic Science Museum in Bangkok.jpg|right|thumb|300px|[[बैङ्कक]]क फोरेन्सिक विज्ञान सङ्ग्रहालयमे मानवशास्त्रीय वस्तुसभ]]
'''मनुष्य विज्ञान''' ।
'''मानवशास्त्र''', '''मनुष्य विज्ञान''' वा '''नृविज्ञान''' ({{Lang-en|Anthropology}}) [[मानव]], ओकर [[जेनेटिक्स]], [[संस्कृति]] आओर समाजक वैज्ञानिक आ समाजशास्त्रीय दृष्टिकोणक अध्ययन छी । एकर अन्तर्गत मनुष्यक समाजके अतीत आ वर्तमानके विभिन्न पहलुसभक अध्ययन कएल जाइत अछि । '''सामाजिक नृविज्ञान''' आ '''सांस्कृतिक नृविज्ञान''' के तहत मानदण्डसभ आ समाजके मूल्य मान्यता अध्ययन कएल जाइत अछि । '''भाषाई नृविज्ञान''' मे पढ़ल जाइत अछि कि कोना भाषा, सामाजिक जीवनकें प्रभावित करैत अछि । '''जैविक''' या '''शारीरिक नृविज्ञान''' मे मनुष्यके जैविक विकासक अध्ययन कएल जाइत अछि ।

नृविज्ञान एक विश्वव्यापी अनुशासन छी , जाहिमे मानविकी, सामाजिक आ प्राकृतिक विज्ञानकें एक दोसरकें सामना करैक लेल मजबूर कएल जाइत अछि । मानव विज्ञान, प्राकृतिक विज्ञानकें समेत मनुष्य उत्पत्ति, मानव शारीरिक लक्षण, मानव शरीरमे बदलाव, मनुष्य प्रजातिसभमे आयल बदलावसभ इत्यादिसँ ज्ञानक रचना करैत अछि ।

'''सामाजिक-सांस्कृतिक नृविज्ञान''', संरचनात्मक आ उत्तर आधुनिक सिद्धान्तसभसँ पूर्ण तरहसँ प्रभावित भेल अछि ।

==गुण==

==सन्दर्भ सामग्रीसभ==
{{reflist}}

अन्तिम परिवर्तन ०९:५८, १ जनवरी २०१७

बैङ्ककक फोरेन्सिक विज्ञान सङ्ग्रहालयमे मानवशास्त्रीय वस्तुसभ

मानवशास्त्र, मनुष्य विज्ञान वा नृविज्ञान (अङ्ग्रेजी: Anthropology) मानव, ओकर जेनेटिक्स, संस्कृति आओर समाजक वैज्ञानिक आ समाजशास्त्रीय दृष्टिकोणक अध्ययन छी । एकर अन्तर्गत मनुष्यक समाजके अतीत आ वर्तमानके विभिन्न पहलुसभक अध्ययन कएल जाइत अछि । सामाजिक नृविज्ञानसांस्कृतिक नृविज्ञान के तहत मानदण्डसभ आ समाजके मूल्य मान्यता अध्ययन कएल जाइत अछि । भाषाई नृविज्ञान मे पढ़ल जाइत अछि कि कोना भाषा, सामाजिक जीवनकें प्रभावित करैत अछि । जैविक या शारीरिक नृविज्ञान मे मनुष्यके जैविक विकासक अध्ययन कएल जाइत अछि ।

नृविज्ञान एक विश्वव्यापी अनुशासन छी , जाहिमे मानविकी, सामाजिक आ प्राकृतिक विज्ञानकें एक दोसरकें सामना करैक लेल मजबूर कएल जाइत अछि । मानव विज्ञान, प्राकृतिक विज्ञानकें समेत मनुष्य उत्पत्ति, मानव शारीरिक लक्षण, मानव शरीरमे बदलाव, मनुष्य प्रजातिसभमे आयल बदलावसभ इत्यादिसँ ज्ञानक रचना करैत अछि ।

सामाजिक-सांस्कृतिक नृविज्ञान, संरचनात्मक आ उत्तर आधुनिक सिद्धान्तसभसँ पूर्ण तरहसँ प्रभावित भेल अछि ।

गुण

सन्दर्भ सामग्रीसभ