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'''राजविराज''' [[नेपाल|नेपाल]] के एकटा प्रसिद्ध शहर छी | नेपालक पहिल 'टाउन प्लानिङ्ग' कएर बसाएल [[सप्तरी जिला]]के सदरमुकाम राजविराज तराईके सबसँ पहिल आर अधिराज्यक चतुर्थ नगरपालिका छी । वि.सं. १९९४ दिस [[सप्तकोशी नदी]] जखन पुरान सदरमुकाम हनुमाननगरके कटान करए लागल तखन सदरमुकाम आन ठाम घसकाबए वाला बात भेल वोकरे फलस्वरूप तत्कालीन बडाहाकिम प्रकाशशमशेर जबरा उपयुक्त ठाम खोजि शहर बसबएके जिम्मेवारी ख्यातिप्राप्त इन्जिनीयर डिल्लीजङ्गके देलक । वो अपन जमीनन्दारी मौजा रहल जोलहरी [[मलेठ]] गाम नजदिकै राजपुर मौजामे सदरमुकाम बसबए के निर्णय करलक । तखनक समय में सुन्दर शहरके रूपमें प्रसिद्धि पाबल भारतके [[जयपुर]] के नक्साके आधारमें टाउन प्लानिङ्ग कएर विं.सं.१९९८ में राजविराज शहर बासावोल गेल छल । ई शहर [[महेन्द्र राजमार्ग]] सँ १० किलोमिटर दक्षिणमें अछि | |
'''राजविराज''' [[नेपाल|नेपाल]] के एकटा प्रसिद्ध शहर छी | नेपालक पहिल 'टाउन प्लानिङ्ग' कएर बसाएल [[सप्तरी जिला]]के सदरमुकाम राजविराज तराईके सबसँ पहिल आर अधिराज्यक चतुर्थ नगरपालिका छी । वि.सं. १९९४ दिस [[सप्तकोशी नदी]] जखन पुरान सदरमुकाम हनुमाननगरके कटान करए लागल तखन सदरमुकाम आन ठाम घसकाबए वाला बात भेल वोकरे फलस्वरूप तत्कालीन बडाहाकिम प्रकाशशमशेर जबरा उपयुक्त ठाम खोजि शहर बसबएके जिम्मेवारी ख्यातिप्राप्त इन्जिनीयर डिल्लीजङ्गके देलक । वो अपन जमीनन्दारी मौजा रहल जोलहरी [[मलेठ]] गाम नजदिकै राजपुर मौजामे सदरमुकाम बसबए के निर्णय करलक । तखनक समय में सुन्दर शहरके रूपमें प्रसिद्धि पाबल भारतके [[जयपुर]] के नक्साके आधारमें टाउन प्लानिङ्ग कएर विं.सं.१९९८ में राजविराज शहर बासावोल गेल छल । ई शहर [[महेन्द्र राजमार्ग]] सँ १० किलोमिटर दक्षिणमें अछि | |
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हालके राजविराजक नामकरण राजविराजक पूर्वी भागक भलुवाही खोलाके किनारमे अवस्थित पुरान इतिहासके प्रख्यात राजदेवी भगवती मन्दिरक नामसे राजविराज नाम रहलगेल बात विभिन्न पुस्तकमे उल्लेख केलगेल अछी। |
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==जनसंख्या== |
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नगरपालिकामे ब्राहृमण, क्षेत्री, थारू, हरिजन, यादव, मुस्लिम, जैन, मारबाडी, दास, डुम, मण्डल, देव, हलखोर जाति सबक बसोबास अछी। |
नगरपालिकामे ब्राहृमण, क्षेत्री, थारू, हरिजन, यादव, मुस्लिम, जैन, मारबाडी, दास, डुम, मण्डल, देव, हलखोर जाति सबक बसोबास अछी। |
अन्तिम परिवर्तन ११:०९, १३ जनवरी २०१५
राजविराज | |
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शहर | |
Rajbiraj | |
देश | नेपाल |
विकास क्षेत्र | पूर्वाञ्चल |
अञ्चल | सगरमाथा अञ्चल |
जिला | सप्तरी जिला |
सरकार | |
• नगरपालिका प्रमुख | विष्णु प्रसाद गुरुङ |
क्षेत्रफल | |
• शहर | २५ किमी२ (१० वर्गमाइल) |
उन्नतांश | ७६ मिटर (२४९ फिट) |
जनसङ्ख्या (बि.स. २०६८) | |
• शहर | ३७,७३८ |
• घनत्व | १५००/वर्ग किमी (३९००/वर्ग माइल) |
• महानगर | ५०,००० |
समय क्षेत्र | युटिसी+५:४५ (नेपालक प्रमाणिक समय) |
पोस्टल कोड | ५४६०० |
क्षेत्रीय सङ्केत | ०३१ |
वेबसाइट | rajbirajmun.gov.np |
राजविराज नेपाल के एकटा प्रसिद्ध शहर छी | नेपालक पहिल 'टाउन प्लानिङ्ग' कएर बसाएल सप्तरी जिलाके सदरमुकाम राजविराज तराईके सबसँ पहिल आर अधिराज्यक चतुर्थ नगरपालिका छी । वि.सं. १९९४ दिस सप्तकोशी नदी जखन पुरान सदरमुकाम हनुमाननगरके कटान करए लागल तखन सदरमुकाम आन ठाम घसकाबए वाला बात भेल वोकरे फलस्वरूप तत्कालीन बडाहाकिम प्रकाशशमशेर जबरा उपयुक्त ठाम खोजि शहर बसबएके जिम्मेवारी ख्यातिप्राप्त इन्जिनीयर डिल्लीजङ्गके देलक । वो अपन जमीनन्दारी मौजा रहल जोलहरी मलेठ गाम नजदिकै राजपुर मौजामे सदरमुकाम बसबए के निर्णय करलक । तखनक समय में सुन्दर शहरके रूपमें प्रसिद्धि पाबल भारतके जयपुर के नक्साके आधारमें टाउन प्लानिङ्ग कएर विं.सं.१९९८ में राजविराज शहर बासावोल गेल छल । ई शहर महेन्द्र राजमार्ग सँ १० किलोमिटर दक्षिणमें अछि |
रितिथिति
हालके राजविराजक नामकरण राजविराजक पूर्वी भागक भलुवाही खोलाके किनारमे अवस्थित पुरान इतिहासके प्रख्यात राजदेवी भगवती मन्दिरक नामसे राजविराज नाम रहलगेल बात विभिन्न पुस्तकमे उल्लेख केलगेल अछी।
जनसंख्या
नगरपालिकामे ब्राहृमण, क्षेत्री, थारू, हरिजन, यादव, मुस्लिम, जैन, मारबाडी, दास, डुम, मण्डल, देव, हलखोर जाति सबक बसोबास अछी।