सिख धर्म
सिख धर्म |
पर एक श्रेणीक भाग |
---|
सम्बन्धित विषय
|
सिख धर्म पोर्टल |
सिख धर्म (सिखमत आ सिखी सेहो कहल जाइत अछि; पञ्जाबी: ਸਿੱਖੀ) एक एकेश्वरवादी धर्म छी । ई धर्मक अनुयायी के सिख कहल जाइत अछि । सिखसभक धार्मिक ग्रन्थ श्री आदि ग्रन्थ या ज्ञान गुरु ग्रन्थ साहिब छी । आमतौर पर सिखसभक १० सतगुरु मानल जाइत अछि, मुदा सिखसभक धार्मिक ग्रन्थमे ६ गुरुसभ सहित ३० भगतसभक बानी अछि, जेकर सामान सिख्यासभक सिख मार्ग पर चलैक लेल महत्त्वपूर्ण मानल जाइत अछि । सिखसभक धार्मिक स्थानक गुरुद्वारा कहैत अछि ।
सन् १४६९ मे पञ्जाबमे जन्मल नानक देव गुरमतकें खोजलक आ गुरमतक सिख्यासभक देश देशान्तरमे स्वयं जाए जाए करि फैलेने छल । सिख हुनका अपन पहिल गुरु मानैत अछि । गुरमतक परचार बाँकी ९ गुरुसभ केलक । १०अम गुरु गोबिन्द सिंह जी ई परचार खालसाक सोपलक आ ज्ञान गुरु ग्रन्थ साहिबक सिख्यासभ पर अम्ल करैक लेल उपदेश देलक । सन्त कबीर, धना, साधना, रामानन्द, परमानन्द, नामदेव इत्यादि, जेकर सभक बानी आदि ग्रन्थमे दर्ज अछि, ओ भगतसभक सेहो सिख सत्गुरुसभक सामान मानैत अछि आ ओकर सिख्यासभ पर अमल करैक कोशिश करैत अछि । सिख एक ईश्वर मानैत अछि, जेकरा ओ एक-ओम्कार कहैत अछि । ओकर मान अछि कि ईश्वर अकाल आ निरंकार होइत अछि ।
परिचय
[सम्पादन करी]ई लेख एखन अपूर्ण अछि। अहाँ एकरा पैग बना विकिपिडियाक सहायता कऽ सकैत छी। |