आइज्याक न्यूटन
दिखावट
सर आइज्याक न्यूटन | |
---|---|
जन्म | [ओएस: डिसेम्बर २५, १६४२] लिनकोनशायर इङ्गल्यण्ड | ४ जनवरी १६४३
मृतु | ३१ मार्च १७२७ [ओएस: २० मार्च १७२६]0.3em मिडीलसेक्स, इङ्गल्यण्ड | (८४ वर्ष)
निवास | इङ्गल्यण्ड |
राष्ट्रियता | अङ्ग्रेजी |
क्षेत्र | भौतिकशास्त्री, गणितशास्त्री, खगोलशास्त्री, प्राकृतिक दर्शनिक, आर गूढ रसायनशास्त्री |
संस्थासभ | क्याम्ब्रिज विश्वविद्यालय शाही समाज |
अल्मा मेटर | ट्रिनिटी कलेज, क्याम्ब्रिज |
Academic advisors | इसहाक ब्यारो बेन्जामिन पुल्लेँ |
उल्लेखनीय छात्र | रोजर कोट्स विलियम विट्सन |
प्रसिद्धि | न्यूटोनियन यांत्रिकी विश्वव्यापी गुरूत्वाकर्षण अत्यल्प कलन प्रकाशिकी द्विपद श्रृंखला न्यूटन तरिका प्राकृितक दर्शनके गणितीय सिद्धान्त |
प्रभाव | हेनरी मोरे पोलिश ब्रेथरेन |
प्रभावित | निकोलस फाटियो डी डुइलेर जोन कील |
हस्ताक्षर | |
टिप्पणी हुनकर म्या हन्नाह एसकफ छी तथा हुनकर पत्नी भतिजी क्याथरीन बार्टन छी । |
सर आइज्याक न्यूटन, (४ जेनवरी १६४३ – ३१ मार्च १७२७) बेलायती भौतिकशास्त्री, गणितशास्त्री, खगोलशास्त्री, प्राकृतिक दर्शनिक, आर गूढ रसायनशास्त्री छेल जेकरा विज्ञानके प्रमुख व्यक्तित्वके रूपमे मनल जाइत अछि।
हुनकर १६८७मे प्रकाशित खोज प्राकृितक दर्शनके गणितीय सिद्धान्त (Philosophiae Naturalis Principia Mathematica)मे विश्वव्यापी गुरूत्वाकर्षण आर तीन गतिके नियम बयान करल ग्याल छि जेकरासे classical mechanicsके जग बनल छि।
एहो सभ देखु
[सम्पादन करी]सन्दर्भ सामग्रीसभ
[सम्पादन करी]बाह्य जडीसभ
[सम्पादन करी]विकिमिडिया कमन्समे Isaac Newtonसँ सम्बन्धित मिडिया अछि। |