एक्स किरण

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ई बक्साके: देखु  संवाद  सम्पादन
Hand mit Ringen: रोएन्टजन क पहिल 'मेडिकल' एक्स-किरण क प्रिन्ट - उनकर पत्नी क हाथ क प्रिन्ट जे २२ दिसम्बर सन् १८९५ क लेल गेल छल
जल से शीतलित एक्स-किरण नलिका (सरलीकृत/कालातीत हो चुकी है।)

एक्स-किरण या एक्स रे (X-Ray) एक प्रकार क विद्युत चुम्बकीय विकिरण छी जेकर तरंगदैर्घ्य १० से ०.०१ नैनोमीटर होएत अछी। इ चिकित्सा मे निदान (diagnostics) क लेल सर्वाधिक प्रयोग कएल जाएत अछी। इ एक प्रकार क आयनकारी विकिरण छी, जे खतरनाक सेहो छी। कतेक भाषासभ मे एकरा रॉण्टजन विकिरण सेहो कहल जाएत अछी , जे कि एकर अन्वेषक विल्हेल्म कॉनरॅड रॉण्टजन के नाम पर आधारित अछी। रॉण्टजन ईक्वेलेंट मानव (Röntgen equivalent man / REM) एकर शास्त्रीय मापक इकाई छी।

खोज[सम्पादन करी]

जर्मनी मे वुर्ट्‌सबर्ग विश्वविद्यालय के भौतिकी के प्राध्यापक विल्हेल्म कोनराड रंटजन १८९५ मे एक्सरे क आविष्कार केलक।

यदि कांच क नलिका मे से वायु क पंप से क्रमश: निकालल जाए आर ओहिमे उच्च विभव क विद्युद्विसर्जन कएल जाए, त दाब के पर्याप्त अल्प होएसे वायु स्वयं प्रकाशित होमए लागेत अछी। इ घटना क प्रायोगिक अध्ययन करैत समय रंटजन इ देखलक कि वायु क दाब अत्यंत अल्प होएसँ काँच क नलिका मे से जे किरणसभ आवैत अछी, ओई से बेरियम प्लैटिनोसाइनाइड के मणिभ प्रकाश दै लगैत अछी आर, नलिका क काला कागज से पूर्ण रूप से ढकै पर सेहो, पास मे रखल मणिभ द्युतिमान होएत रहैत अछी। अत: इ स्पष्ट छल कि विसर्जननलिका के बाहर जे किरणसभ आवैत अछी ओ काला कागज मे से सुगमता से पार भ सकैत अछी आर बेरियम प्लेटिनोसाइनाइड के परदा क द्युतिमान करि क विशेष गुण इ किरणसभ मे अछी