कला

मैथिली विकिपिडियासँ, एक मुक्त विश्वकोश
राजा रवि वर्माद्वारा चित्रित 'गोपिका'

कला (आर्ट) शब्द एतेक व्यापक अछि की विद्वानसभद्वारा देल गेल परिभाषासभ मात्र एक विशेष पक्षकें छुबि करि रहि जाएत अछि । कलाक अर्थ अखन धरि निश्चित नै भऽ सकल अछि, मुदा एकर हजारों परिभाषा देल गेल अछि । भारतीय परम्पराक अनुसार कला ओ सम्पूर्ण क्रियासभकें कहल जाएत अछि जहिमे कौशल अपेक्षित होए । युरोपेली शास्त्रीसभ सेहो कलामे कौशलकें महत्त्वपूर्ण पक्ष मानने अछि ।

कला एक प्रकारक कृत्रिम निर्माण छी जहिमे शारीरिक आ मानसिक कौशलक प्रयोग होएत अछि ।

परिभाषा[सम्पादन करी]

मैथिली शरण गुप्तक शब्दमे,

अभिव्यक्तिकें कुशल शक्ति कला छी ।
आ दोसर परिभाषा मनक अन्तःकरणक सुन्दर प्रस्तुति कला छी।-- (साकेत, पञ्चम सर्ग)


इतिहास[सम्पादन करी]

सन्दर्भ सामग्रीसभ[सम्पादन करी]

बाह्य जडीसभ[सम्पादन करी]