नव वर्ष कें दिन
नव वर्ष कें दिन | |
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समुदाय | ग्रेगोरियन क्यालेण्डरक प्रयोगकर्तासभ |
प्रकार | अन्तर्राष्ट्रियस्तर |
महत्व | ग्रेगोरियन क्यालेण्डरकें पहिल दिनमें |
अनुष्ठान | नव वर्ष कें प्रतिज्ञा बनेनाए, चर्च कें कासभ, परेडसभ, पार्टसभ, सहायक कार्यक्रसभ, बम पटका फोड् नाए |
तिथि | १ जनवरी |
मानाएल | वार्षिक |
समबन्ध |
ग्रेगोरियन क्यालेण्डरमें, नव वरिषकें दिन क्यालेण्डरक वर्षकें पहिल दिन, १ जनवरी होईत अछि। अधिकांश सौर क्यालेण्डर (जेना ग्रेगोरियन आ जूलियन) वर्षक शुरुआत नियमित रूपसँ उत्तरी शीतकालीन संक्रान्ति पर या ओहीके निकट करैत अछि, जखनकि संस्कृतिसभ आ धर्म जे चन्द्र-सौर या चन्द्र क्यालेण्डरक पालन करैत अछि, ओ अपन चन्द्र नव वर्षकें सौर वर्षकें सापेक्ष कम निश्चित बिन्दुसभ पर मनावैत अछि।
जूलियन क्यालेण्डरकें अन्तर्गत पूर्व-ईसाई रोममें, ई दिन प्रवेश द्वार आ शुरुआतकें देवता जानूसकें समर्पित छल, जेकर लेल जनवरीकें नाम सेहो रखल गेल अछि। रोमन कालसँ लके १८हम् शताब्दीकें मध्य धरि, नयाँ वरिष विभिन्न चरणसभमें आ यूरोपकें विभिन्न हिस्सामें २५ दिसम्बर, १ मार्च, २५ मार्च आ ईस्टरकें समयमें ई पर्व आगा पाछाकें दिनमें मनाओल जाईत छल।
वर्तमान समयमें, अधिकांश देश ग्रेगोरियन क्यालेण्डरकें अपन नागरिक क्यालेण्डरक रूपमें उपयोग करैत अछि, ग्रेगोरियन क्यालेण्डरक अनुसार १ जनवरी दुनियामें सभसँ अधिक मनाओल जाएबला सार्वजनिक छुट्टिसभमें सँ एकटा अछि, जेकरा अक्सर नव सालकें पूर्व संध्या कें बाद आधी रातिकें आतिशबाजी कें साथ मनाओल जाईत अछि। नयाँ वरिष प्रत्येक समय क्षेत्रमें शुरू होईत अछि। अन्य वैश्विक नव सालक परम्परासभमें नवका सालकें संकल्प लेनाए आ अपन मित्रसभ आ परिवारकें बोलेनाए सम्मिलित अछि।