उसताद अलाउद्दीन खान
उस्ताद अलाउद्दीन खाँ (१८६२-६ सितम्बर १९७२) एक बहुप्रसिद्ध सरोद वादक छल साथ ही अन्य वाद्य यंत्रसभ क बजावे मे सेहो पारंगत छल। ओ एक अतुलनीय संगीतकार आर बीसम शताब्दी के सबसँ महान संगीत शिक्षकसभ मे से एक मानल जाएत अछी। सन् १९३५ मे पंडित उदय शंकर के बैले समूह के साथ खाँ साहब ने यूरोप क दौरा केलक आर एकर बाद काफी लम्बा समय तक उत्तराखंड के अल्मोड़ा मे स्थित 'उदय शंकर इण्डिया कल्चर सेंटर' से सेहो जुडल रहल। अपन जीनन काल मे ओ कई रागसभ क रचना केलक आर विश्व संगीत जगत मे विख्यात मैहर घराने क नींव रखलक। उनकर सबसँ खास रेकर्डिंग्स मे से अल इण्डिया रेडियोके साथ १९५०-६० के दशक मे कएल गेल उनकर रेकर्डिंग सबसँ अधिक प्रसिद्ध अछी।
अलाउद्दीन खाँ साहब मशहूर सरोद वादक अली अकबर खाँ आर अन्नपूर्णा देवी के पिता छी, साथ ही राजा हुसैन खाँ के चाचा सेहो। एतने नै बाबा अलाउद्दीन खाँ पंडित रवि शंकर, निखिल बनर्जी, पन्नालाल घोष, वसंत राय, बहादुर राय आदि सफल संगीतकारसभ के गुरु सेहो रहल। ओ स्वयं गोपाल चंद्र बनर्जी, लोलो आर मुन्ने खाँ जेहन संगीत के महारथिसभ से संगीत क दीक्षा लेलक।
उसताद अलाउद्दीन खान क कला के क्षेत्र मे सन १९५८ मे पद्म भूषण से सम्मानित कएल गेल छल। एहीसँ पहिले उनका साल १९५४ मे संगीत नाट्य अकादमी अपन सबसँ बड सम्मान 'संगीत नाट्य अकादमी फैलोशिप ' से नवाजने छल। ओ उत्तर प्रदेश राज्य से अछी।