ऐरावटेश्वर मन्दिर
ऐरावटेश्वर मन्दिर | |
---|---|
धर्म | |
आवद्धता | हिन्दु धर्म |
देवता | शिव |
स्थान | |
स्थान | कुम्भकोणम, भारत |
भौगोलिक निर्देशाङ्क प्रणाली | १०°५६′५४″N ७९°२१′२४″E / १०.९४८४°N ७९.३५६७°E |
पृष्ठ आकृति:Infobox/mobileviewfix.css रिक्त है | |
भाग | महान जीवन्त चोल मन्दिर |
मापदण्ड | सांस्कृतिक: (ii), (iii) |
स्रोत | २५०-००३ |
दर्जा प्राप्त | १९८७ (एक्स्प्रेशन गल्ती: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "१"। शत्र) |
विस्तार | २००४ |
ऐरावतेश्वर मन्दिर दक्षिण भारती राज्य तमिलनाडु क तंजावुर जिला क कुंम्भकोणम में स्थित द्रविड़ वास्तुकला का एक हिंदू मंदिर है। १२म शताब्दी ईस्वी में चोल सम्राट राजराजा द्वितीय द्वारा निर्मित ए मन्दिर, तंजावुर म ब्रहदेशवर मन्दिर, गंगईकोंडा चोलपुरम म गंगईकोंडा चोलिस्वरम मन्दिर के सँ एक यूनेस्को विश्व धरोहर थाम ह, जकरा महान जीवन्त चोलमन्दिर कह जयत अछि।
ऐरावतेश्वर मन्दिर कुम्बकोनम क्षेत्र, तंजावुर जिला म अठारह मध्ययुगीन युग क बड्ड हिन्दु मन्दिर क समूहम स मनलजयत अछि | मन्दिर शिव भगवान समर्पित अछि। एई म हिन्दु धर्मके वैष्णव आ शक्तिवाद परम्परा सँगे नयनमार – सब धर्मके भक्ति आन्दोलन संत सँ जोद्हल किंवदंती सभक सेहो श्रद्धापूर्वक प्रदर्शन कयल गेल अछि |
पाथर मन्दिर म रथ संरचना के समावेश अछि, आ एहि में इन्द्र, अग्नि, वरुण, वायु, ब्रह्म, सुरुज, विष्णु, सप्तमातृक, दुर्गा, सरस्वती, श्री देवी (लक्ष्मी), गङ्ग, यमुना, सुब्रह्मण्य, गणेश आदि पहल वैदिक आ पूरान देवता सब शामिल छथि | , काम, रति आदि। शिव के पत्नी के एकटा समर्पित तीर्थ अछि जेकरा पेरिया नायकी अम्मान मन्दिर कहल जाइत अछि | ई ऐरावतेश्वर मन्दिर के उत्तर में स्थित एकटा अलग मन्दिर अछि | ई पहल मन्दिरक एकटा हिस्सा भ' सकैत छल जखन बाहरी दरबार पूरा भ' गेल छल. वर्तमान मे गोपुरम सन् मन्दिर के कीछ भाग खंडहर भ गेल अछि, आ मुख्य मन्दिर आ संबद्ध तीर्थ सभ असगर खाढ़ अछि | एकरऽ दू टा सन डायल छै अर्थात भोर आ साँझ केरऽ सन डायल जेकरा रथ केरऽ पहलके रूपमे देखलऽ जाब सकै छै । मन्दिर में हर साल माघ के दौरान हिन्दू तीर्थयात्री के बड़का जुटान जारी रहैत अछि, जखन कि दुर्गा आ शिव के किछु छवि विशेष पूजा के हिस्सा अछि |
शिवक पत्नीक एकटा समर्पित तीर्थ अछि जकरा पेरिया नायकी अम्मान मन्दिर कहल जाइत अछि | ई ऐरावतेश्वर मन्दिर के उत्तर में स्थित एकटा अलग मन्दिर अछि | ई मुख्य मन्दिर के एकटा हिस्सा भ सकैत छल जखन बाहरी दरबार पूरा भ गेल छल. वर्तमान में गोपुरम जैसनऽ मन्दिर केरऽ कुछ हिस्सा खंडहर होय गेलऽ छै, आरू मुख्य मन्दिर आरू संबद्ध तीर्थ सब असगरे खड़ा छै । एकरऽ दू टा सन डायल छै अर्थात भोर आरू साँझ केरऽ सन डायल जेकरा रथ केरऽ पहिया के रूप म देखलऽ जाब॑ सकै छै । ई मन्दिर म हर साल माघा के दौरान हिन्दू तीर्थयात्री केरऽ बड़ऽ-बड़ऽ जुटान जारी छै, जबकि दुर्गा आरू शिव केरऽ कुछ छवि विशेष पूजा के हिस्सा छै ।
स्थान
[सम्पादन करी]ऐरावतेश्वर मन्दिर चेन्नईसँ ३१० किलोमीटर (१९० मील) दक्षिण पश्चिम आ चिदम्बरमसँ ९० किलोमीटर (५६ मील) दूर कुम्बकोणम शहर मे स्थित अछि । ई उत्तर-पूर्व में तंजावुर के बृहदीश्वर मन्दिर तक लगभग ४० किलोमीटर (२५ मील) दूर, आ गंगाईकोंडा चोलपुरम मन्दिर के दक्षिण-पश्चिममे लगभग ३० किलोमीटर (१९ मील) दूर अछि | तीनू यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के हिस्सा अछि ।