आकृति:मुख्य लेख/फरवरी, २०१५
छिन्नमस्ता भगवती सप्तरी जिलाक राजविराजस दक्षिण सीमावर्ती क्षेत्र छिन्नमस्ता क सखडा गाममे परैत् अछि । छिन्नमस्ता भगवती मनोकामना पूर्ण करैबाला शक्तिपीठसभमध्ये एक पीठ मानल जाईत अछि आ नेपाल आर भारतक आमजनमानसक बड्का आस्था अछि । प्राचिन इतिहास आर किवंदन्ती के अनुसार, सन् 1097में मुसलमान आक्रमण करई कालमें कर्नाटकके कर्नाटवंशी राजा नान्यदेव भागेर पाटली पुत्र होएत मिथिला आई पुगल सिम्रौनगढ (बारा)मे राजधानी कायम करलक। ईहा नान्यदेव वंशके पाँचौँ पुस्ताके शक्रसिंह देव राजा भ्याल छेल। ऊ नाबालक बेटा हरिसिंह देवके राजगद्दीपे राइख कऽ निर्वासित जीवन बिताबैल सप्तरी ऐला। तखैण जङ्गलस भरल ई स्थानमें जङ्गल सफा करई कालमें भेटल भगवती मूर्तिके ऊ आपन कुलदेवीके रूपमें स्थापना करलक् आ अपन नामसऽ देवीके नाम शक्रेश्वरी राखने छेला। देवीके शीर नभ्एलके कारण सऽ कुछ समयके बाद छिन्नमस्ता भगवती नाम राखल ग्याल छेला । (पूरा लेख...)