नमस्ते
दिखावट

नमस्ते, जेकरा कखनो-कखनो नमस्कार आ नमस्कारम सेहो कहल जाईत अछि, कुनु व्यक्ति या समूह केर आदरपूर्वक अभिवादन आ सम्मान देबाक एकटा पारम्परिक हिन्दू गैर-सम्पर्क तरीका छी,[१][२][३][४]जेकर उपयोग दिन के कुनु भी समय कएल जाईत अछि। एकर उपयोग भारतीय उपमहाद्वीप आ भारतीय आ नेपाली प्रवासी के बीच कएल जाईत अछि। नमस्ते साधारण रुपसँ कने झुकि करि के आ हाथ के एक साथ जोडि करि के, हाथ छूऽ कऽ आ आङ्गुर ऊपर के दिशन, औंठा छाती के करीब राखि के बाजल जाईत अछि। ई भाव के अञ्जली मुद्रा कहल जाईत अछि; एहिमे शामिल खडा होनाए के मुद्रा प्रणामासन छी।[५]
व्युत्पत्ति, अर्थ आ उत्पत्ति
[सम्पादन करी]इतिहास
[सम्पादन करी]अञ्जली मुद्रा
[सम्पादन करी]उपयोग
[सम्पादन करी]दिर्घा चित्र
[सम्पादन करी]सन्दर्भ सामग्रीसभ
[सम्पादन करी]- ↑ "How 'Namaste' Entered The English Language", www.merriam-webster.com (अङ्ग्रेजीमे), अन्तिम पहुँच २०२१-०८-१८।
- ↑ "Why 'namaste' has become the perfect pandemic greeting", Religion News Service (en-USमे), २०२०-१०-०१, अन्तिम पहुँच २०२१-०८-१८।
- ↑ "Here's the history behind these no-touch greetings", Travel (अङ्ग्रेजीमे), २०२०-०३-२३, अन्तिम पहुँच २०२१-०८-१८।
- ↑ K V Singh (2015). Hindu Rites and Rituals: Origins and Meanings. Penguin Books. pp. 123–124. आइएसबिएन 978-0143425106. https://books.google.com/books?id=uzoHCwAAQBAJ&pg=PT123. अन्तिम पहुँच तिथि: 2017-05-20.
- ↑ Chatterjee, Gautam (२००१), Sacred Hindu Symbols, Abhinav Publications, पृ: 47–48, आइएसबिएन 9788170173977, मूलसँ २०१७-०१-११ मे सङ्ग्रहित, अन्तिम पहुँच २०१७-१२-२८। .