मोहो-हो पावनि
मोहो-हो ( अङ्ग्रेजी: Mohoho . ) या मच्छर पीछा करय वाला महोत्सव दक्षिण असम में आमतौर पर मनाओल जाय वाला पाबनि अछि . "मोह" शब्द असमिया शब्द "मोह" आ बोरो शब्द "हो" के मिश्रण अछि | [१] ई दक्षिण असम में, खास करी क॑ कामरूप, गोअलपारा, नलबारी, बारपेटा, दरंग, आरू बक्सा जिला में पाबै जाय छै मोहो-हो के गोलपारा जिला के किछ हिस्सा में यूरी या ओरी मागा के नाम सं सेहो जानल जाइत अछि। दरंग मे एकरा मोहौ खुंडा या मोईह खेड़ा या मोहखेड़ा या मोहौ महोत्सव के नाम स जानल जाइत अछि। कामरूप में मोहौ-हौ, नलबारी में भलोक दिया या भाल-भौलका, बरपेटा में भाओल दिया या भाओ ललिया, तमुलपुर में रव (टोतला राव) द्वारा बांबोलपिता आ बजली में बक्सा आ महोहो या मोहहो या मोहहो दिया कहल जाइत अछि। शरणिया कचारी एकरा भालू नचुआ आ उत्तर गोलपारा के बोरो एकरा चेनाई-हुनई कहैत छथि। हजोंग लोकनि एकरा मचमाओ खेड़ा वा मच्छर पीछा करय बला गीत कहैत छथि। मुसलमान एकरा मागन गीत कहैत छथि। सोनाराय पूजा गोअलपारा जिला में मनाओल जाय वाला धार्मिक पर्व अछि। [१]
सन्दर्भ सामग्रीसभ
[सम्पादन करी]- ↑ १.० १.१ ৰয়, দিলীপ কুমাৰ, "লোকসংস্কৃতিৰ ইতিহাসত বজালীৰ লোক উৎসৱ মোহোহো", अन्तिम पहुँच २९ सितम्बर २०२०।[permanent dead link]