स्वामी विवेकानन्द

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स्वामी विवेकानन्द
Swami Vivekananda
विवेकानन्द शिकागोमे,[१]
जन्मनरेन्द्रनाथ दत्त
(१८६३-०१-१२)१२ जनवरी १८६३
कोलकाता, भारत
मृत्यु४ जुलाई १९०२(१९०२-०७-०४) (३९ वर्ष)
बेलुर मठ, पश्चिम बङ्गाल, भारत
खोजकर्ता छीरामकृष्ण मिसन
गुरूरामकृष्ण परमहंस
दर्शनवेदान्त दर्शन,[२][३] राज योग[३]
कहाई"जागू, आबू, जाबे धरि लक्ष्य प्राप्त नै होए य ताबे धरि नै रुकू"
(अन्य कथन विकिकथनमे )
हस्ताक्षर
स्वामी विवेकानन्द

स्वामी विवेकानन्द (जन्म १२ जनवरी १८६३, जन्मनाम: नरेन्द्रनाथ दत्त ) ओ हिन्दू दर्शनक प्रखर विद्वान् छल। वेदान्त दर्शनक प्रसिद्ध अध्यात्मिक गुरु स्वामीक वास्तविक नाम नरेन्द्रनाथ दत्त छल। ओ अमेरिकामे रहल शिकागोमे आयोजित सन् १८९३ मे भएल विश्व धर्मा सभामे सनातन हिन्दू धर्मक तर्फसँ प्रतिनिधित्व केनए छल। ओ सनातन धर्मक आध्यात्मिकताद्वारा परिपूर्ण वेदान्त दर्शनके पश्चिमी देशमे अपन वक्तृत्वकलाक बलमे पहुँचेने छल। ओ भक्तिक मूर्तिस्वरुप रामकृष्ण परमहंसक सुयोग्य शिष्य छल। ओ अपन गुरुक नामसँ रामकृष्ण मिसन नामक संस्थाक स्थापना केनए छल। जेकर उद्देश्य गरीब अनाथ दीनहीनक निशुल्क उपचार करनाए छल। जे आईओ देश तथा विदेशमे अपन काम करिरहल अछि। ओ अमेरिकामे भएल भाषणक पहिलो सम्बोधन वाक्यसँ (अमेरिकी भाई तथा बहिनसभ) सभक मन जित्ने छल।

जीवन[सम्पादन करी]

सन्दर्भ सामग्री[सम्पादन करी]

  1. "World fair 1893 circulated photo"। vivekananda.net। अन्तिम पहुँच 11 April 2012
  2. Swami Bhajanananda (2010), Four Basic Principles of Advaita Vedanta, p.3
  3. ३.० ३.१ Michelis 2005.

बाह्य लिङ्कसभ[सम्पादन करी]