कल्कि

मैथिली विकिपिडियासँ, एक मुक्त विश्वकोश
कल्कि
Member of दशावतार
राजा रवि वर्माक कल्कि केर चित्रण
संबद्धतावैष्णव
शस्त्रनन्दक वा रत्नमरु (तरबार)
वाहनदेवदत्त, या तँ एकता गरुडक प्राकटय वा इश्वरीय घोडासभ[१][२][३]
त्योहारकल्की जयन्ती[४]
निजी जानकारियाँ
माँ-पिताविष्णुयशास(पिता),[११] सुमती (माता)[१२]
जीवनसाथीपद्मावती[५] and Ramā[६]
नेना सभजय आ विजय (पद्मावतीसँग) (उपपुराण)[७] मेघमाला आ बलहक्क (रामसँग) (कल्कि पुराण)[८]


दशावतार अनुक्रम
पूर्वाधिकारीबुद्ध

कल्कि, जिनका कल्किन सेहो कहल जाइत अछी, भगवान विष्णु केर दशम् आ अन्तिम अवतार थिक्।[१]कलियुग केर समाप्त करबाक लेल हिनक प्राकटय होए कऽ वर्णन कल गेल अछि, जे वैष्णव ब्रह्माण्ड विज्ञानमे अस्तित्व केर अन्तहीन चक्र (कृता) मे चारि अवधी सभमे सँ एक छि। कलियुगक अन्त बतावैत अछि जे ई अस्तित्व केर चक्रमे सत्ययुगक नवयुगक शुरूवात करत्, जखनधरि महाप्रलय (ब्रह्माण्डक विघटन) नहि भऽ जाइत।[१][२]


व्युत्पत्ति[सम्पादन करी]

विवरण[सम्पादन करी]

हिन्दू ग्रन्थ[सम्पादन करी]

बौद्ध ग्रन्थ[सम्पादन करी]

शिख ग्रन्थ[सम्पादन करी]

विकास[सम्पादन करी]

जन्म आ आगमनक बारेमे भविष्यवाणीसभ[सम्पादन करी]

लोकसभ जे कल्कि होबाक दावा केलन्ही[सम्पादन करी]

सन्दर्भ सामग्रीसभ[सम्पादन करी]



बाह्य जडीसभ[सम्पादन करी]



एहो सभ देखी[सम्पादन करी]