मैसूर महल
मैसूर महल Mysore Palace | |
---|---|
सामान्य विवरण | |
वास्तुकलाक ढाँचा | भारतीय |
स्थान | भितर मैसूर |
शहर | मैसूर |
राष्ट्र | भारत |
निर्देशाङ्क | १२°१८′१४″N ७६°३९′१७″E / १२.३०३९°N ७६.६५४७°E |
एखन भाडामे लेनिहारसभ | कर्नाटक सरकार |
निर्माणकार्यक आरम्भ | १८९७ |
सम्पन्न | १९१२ |
स्वामित्व | महरानी प्रमोदा देवी वाडियार |
योजना तथा निर्माण | |
वास्तुकार | हेनरी इर्विन |
उपाधि | मैसूरक महराजासभक शाही स्थान |
वेबसाइट | |
https://mysorepalace.gov.in |
मैसूर महल या अम्बा विलास महल भारतक दक्षिणमे अवस्थित कर्नाटक राज्यक मैसूरक एक ऐतिहासिक महल आ शाही निवास छी । ई वाडियार वंशक आधिकारिक निवासस्थान आ मैसूर राज्यक स्थान छी । ई राजमहल मैसूर शहरक मध्य भाग आ चामुण्डी पहाड़क पश्चिममे अवस्थित अछि । मैसूरक सामान्यतया महलसभक शहर कहल जाइत अछि कियाकी एतय मैसुर महल सहित सात टा आओरो महल अछि ।
अखन स्थापित महल रहल स्थानके वास्तविक रूपमे पुरागिरी कहल जाइत छल आ अखन वर्तमानमे एकरा पुरान किला कहल जाइत अछि । यदुवाय १४हम शताब्दीमे पहिल बेर पुरान किलाक भितरमे एकटा महल बनेलक जकरा बहुतेक बेर ध्वस्त आ पुनर्निर्माण कएल गेल छल । ई राजमहल चन्दनक लकड़ीसँ बनल छल । एक दुर्घटनामे ई राजमहलकें बहुत क्षति भेल जकर बाद ई दोसर महल बनाएल गेल । पुरान महल बादमे ठीक कएल गेल जतय अखन सङ्ग्रहालय अछि । वर्तमान संरचनाक निर्माण सन् १८९७ आ सन् १९१२ मे भेल अछि ।
भारतमे ताज महलक बाद मैसूर महलमे पर्यटकक आवागमन अत्यधिक अछि । ई महल एक वर्षमे ६० लाख लोकद्वारा भ्रमण कएल जाइत अछि ।[१]
संरचना निर्माण
[सम्पादन करी]अन्तिम महल जे अखन पुरान महल वा चन्दन महलक रूपमे जानल जाइत अछि सन् १८९६ कें दशहरा पावनिमे जलि कें राख भऽ गेल । महराजा कृष्णराजा वाडिया चतुर्थ आ हुनकर माता महरानी केम्पा नानजम्मानी देवी, ब्रिटिस वास्तुकार हेनरी इर्विनके नव महल निर्माणक जिम्मा सौंपलक ।[२] नव महल निर्माणक समयमे शाही परिवार नजदिकक जगनमोहन महलमे आवसित भेल छल । महल निर्माणक कूल लागत भारतीय रुपैया ४१,४७,९१३ (अमेरिकी डलर ४० मिलियन) लागल छल आ निर्माण समाप्ति सन् १९१२ मे भेल छल ।[३]
स्थापत्य
[सम्पादन करी]गोम्बे थोट्टीक आगा सात तोप राखल गेल अछि । एकरा प्रत्येक वर्ष दशहराक आरम्भ आ समापनक मौका पर दागल जाइत अछि । महलक मध्यमे पहुँचैक लेल गजद्वारसँ भऽ जाइ पडैत अछि । ओ कल्याण मण्डप अर्थात विवाह मण्डप छी । ओकर छत रङ्गीन सिशाक बनल अछि आ फर्श पर चमकदार पत्थरक टुकड़ा लगल अछि । कहल जाइत अछि कि फर्श पर लगल पत्थरसभ इङ्ल्यान्डसँ मगाएल गेल अछि ।
दोसर महलसभक जका एतय सेहो राजासभक लेल दीवान-ए-खास आ आम लोकसभक लेल दीवान-ए-आम अछि । एतय बहुत रास कक्ष अछि जहिमे चित्र आ राजसी हथियार रखल गेल अछि । राजसी पोशाकसभ, आभूषण, तुन (महोगनी) कऽ लकड़ीक बारीक नक्काशी भेल पैग-पैग फाटकसभ आ छतसभमे लगल झाड़-फानूस महलक शोभामे चारि चांद लगवैत अछि । दशहरामे २०० किलो शुद्ध सोनाक बनल राजसिंहासनक प्रदर्शनी लगैत अछि । किछ लोकसभक माननाए अछि की ई पाण्डवक जमानाक छी ।
चित्र दीर्घा
[सम्पादन करी]-
मैसूर महल वास्तु संरचना विवरण
-
मैसूर महल फाटक
-
दक्षिण फाटक सँ मैसूर महल
-
अम्बा विलास महल
-
मैसूर महल उत्तर फाटक
-
भोरु पहड़मे (ब्ल्यु आवर) मैसूर महल
-
मैसूर महलक प्रकाश
-
साँझ समयमे मैसूर महल
-
महान मैसूर महल
-
रात्रि कालमे मैसूर महल
सन्दर्भ सामग्रीसभ
[सम्पादन करी]- ↑ "Tourism in Mysore"। 22 April 2014।
- ↑ "Maharaja's Palace"। Mysore District। अन्तिम पहुँच 2014-02-17।
- ↑ "Mysore palace will complete 100 years next year"। Deccan Herald।
बाह्य जडीसभ
[सम्पादन करी]विकिमिडिया कमन्समे मैसूर महलसँ सम्बन्धित मिडिया अछि। |