सामा चकेवा

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सामा चकेवा
Saama Chakeba
सामा चकेवा Saama Chakeba
पर्व के समयमे तैयार कएल गेल बाँसक डाला
अन्य नामसामा खेला
समुदायमैथिल (भारतनेपाल)
प्रकारसांस्कृतिक, ऐतिहासिक, धार्मिक
महत्वभाई-बहिनक बीच के बन्धन
आरम्भकार्तिक षष्ठी के अगला दिन
समापनकार्तिक पुर्णिमा

सामा चकेवा हिन्दू धर्मावलम्वी सभक एकटा पावनि छी, खास करि मिथिला क्षेत्रमे मनाओल जाइत अछि। ई एकताक पावनि छि। ई नवम्बर महिनामे मनाओल जाइत अछि आ तखन शुरू होइत अछि जखन पक्षीसभ हिमालयसँग भारतक समतल क्षेत्रसभक दिशन अपन प्रवास शुरू करैत अछि। नयाँ दिल्लीस्थित भारतीय अंग्रेजी दैनिक पत्रिका हिन्दुस्तान टाइम्सक अनुसार, ई पावनि, जाहिमे लोक रङ्गमञ्च आ गीत समावेश अछि, भाई आ बहिनसभक बीचक प्रेम, स्नेह केर उत्सवक रुपमे मनाओल जाइत् अछि आ पुराणसभमे वर्णित एकटा किम्वदन्ती पर आधारित अछि। ई मैथिली आ पूर्वी नेपालक थारू लोकसभद्वारा मनाओल जाइत अछि।[१][२][३][४][५]


पौराणिक महत्त्व[सम्पादन करी]

ई भगवान श्रीकृष्णक बेटी सामाक कहानी बतावैत अछि जेकरा उपर गलत काम केर झूठ आरोप लगाओल गेल छल। हुनकर पिता हुनका पक्षीमे बदलि केर दण्डित केने छल, मुद्दा हुनकर भाई चकेवाक प्यार आ बलिदान अन्ततः सामाक फेरसँ मानव रूप प्राप्त करबाक अनुमति देने छल।[६]


उत्सव[सम्पादन करी]

छठि पावनि के रातिसँ उत्सव शुरू भ जाइत अछि। ई कार्तिक महिनाक ७म् दिन विशेष रुपसँ मनाओल जाइत् अछि। युवा, विशेष रुपसँ अविवाहित युवतीसभ रातिमे छठी के घाटसभक समीपमे जाके सामाचकेवाक छोट मूर्तिसभ, मोमबत्तिसभ, काजर, माटिसँ बनल दैनिक उपयोगक उपकरण आदि सभसँ भरल डाला लके एकै ठाममे जम्मा होइत अछि।[७]


ओसभ पारम्परिक गीत गवैत अछि, किछ अनुष्ठान करैत अछि, जेना कि काजर बनेनाए, डालासभ बदलनाए। ई उत्सव कार्तिक पूर्णिमा धरि चलैत अछि। कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर युवतीसभ नदीमे डुबकी लगावैत अछि आ सामाचकेवाक मूर्ति के नदीमे विसर्जित कएल जाइत् अछि।[८][९]


सन्दर्भ सामग्रीसभ[सम्पादन करी]

  1. "पर्यावरण रक्षा का संदेश देता सामा चकवा"Dainik Jagran। अन्तिम पहुँच 2022-10-09
  2. "यस्तो छ सामा-चकेवा पर्वको पौराणिक कथा र महत्व"Online Khabar। अन्तिम पहुँच 2022-06-21
  3. "About Motihari, Introduction of Motihari, Facts About Motihari"motihari.biharonline.in। अन्तिम पहुँच 2022-10-08
  4. "बेतिया: भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक सामा-चकेवा पर्व का समापन"ETV Bharat News। अन्तिम पहुँच 2022-10-09
  5. "Tharu people celebrating Sama-Chakeva festival in Nepal"Republica। अन्तिम पहुँच 8 November 2022
  6. "Sama-Chakeva festival begins from Friday"The Himalayan Times। 2018-11-08। अन्तिम पहुँच 2022-06-21
  7. "Sama Chakeva festival begins in Mithilanchal"English.MakaluKhabar.com। अन्तिम पहुँच 2022-06-21
  8. Bishnu K Jha, (22 November 2012). "Mithila's submerged in Sama-Chakeva celebrations". Hindustan Times. Retrieved 8 November 2017.
  9. Sunita Pant Bansal (2005). Encyclopaedia of India, pp. 71-72. Smriti Books, आइएसबिएन ८१८७९६७७१४


बाह्य जडीसभ[सम्पादन करी]


एहो सभ देखी[सम्पादन करी]