ज्योतिरीश्वर ठाकुर

मैथिली विकिपिडियासँ, एक मुक्त विश्वकोश
कविशेखराचार्य
ज्योतिरिश्वर ठाकुर
जन्मसन् १२९०
मृत्युसन् १३५०
सिम्रौनगढ, बारा, नेपाल
भाषासंस्कृत, मैथिली
राष्ट्रियतानेपाली
विषयनाटक, विश्वकोश

ज्योतिरीश्वर ठाकुर (सन् १२९०–१३५०) एक मैथिली कवि आ नाटककार छी। ओ एक प्रारम्भिक मैथिली आ संस्कृत साहित्यकार छल, जे मैथिलीमे अपन विश्वकोश कृति वर्ण रत्नाकरक लेल जानल जाइत अछि।[१]

जीवन[सम्पादन करी]

ज्योतिरीश्वर ठाकुर, रामेश्वरक पुत्र आ धीरेश्वरक पोता छल। मिथिलाक कर्णाट वंशक राजा हरिसिंहदेवक दरबारी कवि (सन् १३००-१३२४) छल।[२]कर्णाट वंशीय तिरहुत मिथिलाक तत्कालिन राजधानी सिम्राैनगढ़मे जिवनकाल बितल छल।

मुख्य कार्य[सम्पादन करी]

धूर्त्त समागम संस्कृत नाटक (सन् १३२५), मैथिली भाषाक पहिल विश्वकोश वा शब्द सङ्ग्रह वर्ण रत्नाकर लेल प्रसिद्ध अछि। ज्योतिरिश्वर प्रथम गद्यकारे नइँ नाटककार सेहो छल।

सन्दर्भ सामग्रीसभ[सम्पादन करी]

  1. Chatterji S.K. and S.K. Mishra (ed.) (1940). Varṇa Ratnākara of Jyotirīśvara, Bibliotheca Indica, Calcutta: The Asiatic Society.
  2. Majumdar, Ramesh Chandra; Pusalker, A. D.; Majumdar, A. K., eds. (1960). The History and Culture of the Indian People. VI: The Delhi Sultanate. Bombay: Bharatiya Vidya Bhavan.