मोहन जोदडो
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موهن جو دڙو (सिन्धी) موئن جو دڑو (उर्दु) | |
स्थान | सिन्ध, पाकिस्तान |
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निर्देशाङ्क | २७°१९′४५″उ॰ ६८°०८′२०″पू॰ / २७.३२९१७°N ६८.१३८८९°Eनिर्देशाङ्क: २७°१९′४५″उ॰ ६८°०८′२०″पू॰ / २७.३२९१७°N ६८.१३८८९°E |
प्रकार | बन्दोबस्त |
क्षेत्रफल | २०० हेक्टेयर (४९४.२१ एकड)[१] |
इतिहास | |
स्थापना | इशा पूर्व २६अम शताब्दी |
ध्वस्त | इशा पूर्व १९अम शताब्दी |
संस्कृति | सिन्धु घाटी सभ्यता |
आधिकारिक नाम | मोहन जोदडोक पुरातात्विक अवशेषसभ |
प्रकार | सांस्कृतिक |
मापदण्ड | ii, iii |
नामाङ्कित | १९८० (४अम सत्र) |
सन्दर्भ क्रम. | १३८ |
राष्ट्र | पाकिस्तान |
क्षेत्र | एसिया-प्रसान्त |
मोहन जोदडो (सिन्धी: موهن جو دڙو, English: /moʊˌhɛn.dʒoʊ ˈdɑː.roʊ/) एकटा पुरातात्विक क्षेत्र छी जे पाकिस्तानक सिन्ध प्रान्तमा रहल अछि । एकरा दुनियाक सब सँ पुरान नियोजित आ उत्कृष्ट सहर मानल जाइत अछि । ई सिन्धु घाटी सभ्यताक सब सँ परिपक्व सहर छी । ई नगर अवशेष सिन्धु नदीक किनार सक्खर जिलामे स्थित अछि । मोहन जोदडो शब्दक सही उच्चारण छी 'मुअन जो दडो' । एकर खोज राखालदास बनर्जीद्वारा सन् १९२२ मे कएल गेल छल । भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षणक महानिर्देशक जन मार्शलक निर्देश पर खुदाईके कार्य शुरु भेल छल । यतय खुदाई के समय बहुत मात्रामे ईमारतसभ, धातुसभक मूर्तिसभ आ मुहरसभ आदि मिलल छल । पिछुलका १०० वर्षमे अखन धरि ई सहरक एक-तिहाई भागक मात्र खुदाई भेल अछि ।
सन्दर्भ सामग्रीसभ
[सम्पादन करी]बाह्य लिङ्कसभ
[सम्पादन करी]विकिमिडिया कमन्समे मोहन जोदडोसँ सम्बन्धित मिडिया अछि। |