सम्राट अशोक

मैथिली विकिपिडियासँ, एक मुक्त विश्वकोश
अशोक
मौर्य सम्राट
१ सताब्दी बि.सी. मे आन्ध्र प्रदेशक अमरावतीमे शासन कएल चक्रवर्ती शासक ये मूलत धनगर गडरिया समुदाय से ताल्लुक रखते हैं
शासनकाल268–232 BCE
राज्याभिषेक268 BCE
पूर्वाधिकारीबिन्दुसर
उत्तराधिकारीदशरथ मौर्य
जन्म304 BCE
पाटलिपुत्र, पटना
मृत्यु232 BCE (aged 72)
पाटलिपुत्र, पटना
Burialमृत्युक किछ घण्टामे दाहसंस्कार कएल गेल
अस्तुक वाराणासी स्थित गंगा नदीमे बहावल गेल
Wives
  • रानी कौरवकी
  • रानी देवी
  • रानी पद्मावती
  • रानी तिष्यरक्षा
खानदानमौर्य वंश
पिताबिन्दुसर
मातामहारानी धर्मा/सुभद्रांगी
धर्मबौद्ध धर्म

अशोक (राज्यकाल ईसापूर्व २७३-२३२) प्राचीन भारतमे मौर्य राजवंशक चक्रवर्ती राजा छल । उनकर मौर्य राज्य उत्तरमे हिन्दुकुशक की श्रेणीसँ लके दक्षिणमे गोदावरी नदीक दक्षिण तथा मैसूरतक तथा पूर्वमे बंगालसँ पश्चिममे अफगानिस्तान तक पुगल छल। ई ओही समयतक के सबसँ पैग भारतीय साम्राज्य छल। सम्राट अशोक अपन विशाल साम्राज्यक बढिया आ कुशल प्रशासन तथा बौद्ध धर्मक प्रचारक लेल जानल जाइत अछि।

जीवनक उत्तरार्धमा अशोक भगवान गौतम बुद्धक भक्त भेल आ ओही स्मृतिमे ओ एकटा स्तम्भ खडा करि देलक जे आई तक नेपालमे उनकर जन्मस्थल - लुम्बिनी मे मायादेवी मन्दिरक बगलमे अशोक स्तम्भक रुपमे देख सकैत छी। ओ बौद्ध धर्मक प्रचार भारत लगायत श्रीलंका, अफगानिस्थान, पश्चिम एसिया, इजिप्ट तथा ग्रीकमे सेहो करेलक।

आरम्भिक जीवन[सम्पादन करी]

अशोक मौर्य सम्राट बिन्दुसार तथा रानी धर्माक पुत्र छल। कहल जाइत अछि कि धर्मा एकटा ब्राह्मणक बेटी छल । एक दिन ओ स्वप्न देखलक कि उनकर बेटा एकटा पैग सम्राट बनत । ओकर बाद उनका राजा बिन्दुसार अपन रानी बनेलक। जब कि धर्मा कोनो क्षत्रिय कुलसँ नै छल तसर्थ उनका राजकुलमे कोनो विशेष स्थान प्राप्त नै छल। अशोकक बहुत भाई-भैया (सौतेली)-बहीन छल। बाल्यकालमे ओ सभमे कडा प्रतिस्पर्धा होइत छल। अशोकक बारेमा कहल जाइत अछि कि ओ बाल्यकालसँ सैन्य गतिविधिसभमे प्रवीण छल।


साम्राज्य विस्तार[सम्पादन करी]

कलिङ्गक लडाई[सम्पादन करी]

बौद्ध धर्म अंगीकार[सम्पादन करी]

मृत्यु[सम्पादन करी]

अवशेष[सम्पादन करी]

सन्दर्भ सामग्रीसभ[सम्पादन करी]

बाह्य जडीसभ[सम्पादन करी]

एहो सभ देखी[सम्पादन करी]