दिनेश अधिकारी
दिनेश अधिकारी | |
---|---|
जन्म | वि.सं २०१६ मसीर २२ गते बानेश्वर (बत्तीस पुतली), काठमाडौं |
राष्ट्रियता | नेपाली |
शिक्षा | स्नातक (कानून), स्नातकोत्तर (मानविकी शास्त्र) |
व्यवसाय | साहित्यिक लेखन, कानुन व्यवसायी (अधिवक्ता) |
सक्रिय वर्ष | २०३२ सालसँ |
नियोक्ता | २०३८ साल भदौसँ वि.सं. २०७१ साउनधरि निजामती सेवामे |
सङ्गठन | नेपाल सरकार |
प्रसिद्धि कारण | कविता, गीत, |
उल्लेखनीय कार्यसभ | इन्द्रजात्रा (काव्य) अतिरिक्त अभिलेख ( कविता संग्रह) |
जीवनसाथी(सभ) | उषा अधिकारी |
बालबच्चा | लिपि अधिकारी, शब्द अधिकारी |
अभिभावक(सभ) | नन्दनहरि अधिकारी, शारदादेवी अधिकारी |
पुरस्कार | मदन पुरस्कार २०५६ साझा पुरस्कार २०५१ युगकवि सिद्धिचरण पुरस्कार, २०४५ छिन्नलता गीत पुरस्कार २०५९ |
दिनेश अधिकारी (अङ्ग्रेजी: Dinesh Adhikari) जन्म सन् १९५९, ७ दिसम्बर विक्रम सम्बत: २०१६ साल मंसिर २२ गते नेपाली कवि तथा गीतकार छी ।[१][२] नेपाली कविता एवम् गीति क्षेत्रक श्रष्टा दिनेश अधिकारी उनकर कृति "अतिरिक्त अभिलेख" कविता विधामे मदन पुरस्कार प्राप्त कएल पिछला (वि.सं. २०५६) व्यक्तित्व अछि ।
प्रारम्भिक जीवन
[सम्पादन करी]अधिकारीक जन्म बाबु नन्दनहरि अधिकारी आ माता शारदादेवीक सुपुत्रक रूपमे वि.सं. २०१६ साल मंसिर २२ गते सोमदिनक बानेश्वर, काठमाडौंमे भेल। उनकर खास नाम दिनेशहरि अधिकारी छी। बानेश्वर, काठमाडौंमे जन्मल कवि/गीतकार दिनेश अधिकारीक बाल्यकाल पढाईक प्रकृयासगसग कहियो काठमाडौं तऽ कहियो सर्लाहीक हरिऔंनमे बितल देखल जाइत अछी । ओ तीन वर्षक हइतकाल अर्थात २०२० सालमे सपरिवार सर्लाहीक हरिऔंनमा बसाई सरै कारण बाल्यकाल समयक बसाइ अवधि काठमाडौंको तुलनामे सर्लाहीक हरिऔंनमे बहुत भेल ।[१]
"सिपाही"
पर्ख ! अहिल्यै हातका खनखनाउँदा चुराहरु नफोर
बच्चा–मुख आमा–छातीमा टाँसिनुको भाँतिमा
चुल्ठीमा अल्झेको लालीगुराँस
तिम्रो यौवनलाई असाध्यै सुहाएको छ
सिन्दूर पखालेर–
इच्छाहरुमा भो ! आफूलाई नमार
निधारमा झलमलाएको
बाटुलो सिन्दूरे टीको
तिम्रो गालाको लालीसँग खुबै खुलेको छ
काँचो धागोले बाँधेको
जाबो एउटा चिठी आयो भन्दैमा
म भन्दिनँ–तिम्रो लोग्ने मरेको छ
र, कसैले मरेकै हो भन्छ भने पनि
निरर्थकमा मरेको छैन तिम्रो लोग्ने
गर्व गर !
ऊ–
तिमीले अन्न उब्जाउने
यो देशको माटोलाई मलिलो पारेर गएको छ
निधारको अक्षता पखालेर सामल जुटाउनुपर्ने यो अभावमा
कोक्रोमै खोक्रो पेट बाँचिरहेको एउटा नानीलाई
उसले एक पेट ‘रासन’ छुट्टयाएर गएको छ
तिमी त सिपाहीकी स्वास्नी पो हौ
के यत्ति पनि थाहा छैन–
म¥यो भनेको तिम्रो लोग्ने
बाफबाट पानी र पानीबाट बाफ जस्तै
अहिले–
तिम्रो सुरक्षित देश भएर फर्केको छ
र, मसँग सोध्छ्यौ भने त
सुन !
सिपाही कहिल्यै पनि मर्दैन
कि त ऊ–
नियुक्ति लिएकै दिन मरिसकेको हुन्छ !!
शिक्षा
[सम्पादन करी]उनकर औपचारिक शिक्षाक सुरुवात काठमाडौंक धुम्बाराही मन्दिरपरिसरमे रहल हालक धुम्रबराह माध्यमिक विद्यालयसँ भेलअछी । कक्षा १ आ २ ओही विद्यालयमे अध्ययन कऽ कक्षा ३ आ ४ ओ हरिऔन, सर्लाहीस्थित हालक महादेव जनता माध्यमिक विद्यालयसँ पुरा केने अछी माने कक्षा ६ आ ७ हरिऔन, सुखेपोखरीस्थित चतुर्भुजेश्वर जनता माध्यमिक विद्यालयसँ उत्तीर्ण केने अछि । कक्षा ८ काठमाडौंक नक्सालमे अवस्थित नन्दीरात्रि माध्यमिक विद्यालयसँ अध्ययन पूरा करै ९ आ १० कऽ लेल ओ फेर सर्लाही, हरिऔनकै चतुर्भुजेश्वर माध्यमिक विद्यालयमे जा ओही विद्यालयसँ प्रवेशिका उत्तीर्ण केने ओ २०३४ सालमे नेपाल ल क्याम्पस, काठमाडौंमे भर्ना भऽ २०३५ सालमे प्रवीणता प्रमाणपत्र तह २०३९ सालमे कानुन विषयमा स्नातक केने अछी। २०४५ सालमे मानविकीतर्फ राजनीतिशास्त्र विषयमा स्नातकोत्तर (एम.ए.) पास केने छल । [१]
कार्य जीवन
[सम्पादन करी]साहित्यिक लेखनक अतिरिक्त कवि/गीतकार दिनेश अधिकारी सरकारी निजामती सेवामे सेहो आबद्ध भऽ २०३८ साल भदौ २८ गतेसँ ना.सु. पदसँ सरकारी सेवामे स्थायी रुपमे प्रवेश अछि मुदा २०४१ सालमे अधिकृत स्तरमे न्याय सेवामे प्रवेश कऽ बेरबेरमे बढुवा पाऽ अख्तियार दुरुपयोग अनुसन्धान आयोगक सहसचिव आ महान्यायाधिवक्ताक कार्यालयमे सहन्यायाधिवक्ताक पदमे कार्यरत रहल आएल अधिकारी नेपाल प्रशासन सेवामे अपन सेवा परिवर्तन कैर स्वास्थ्य मन्त्रालयमे सहसचिवक पदमे समेत कार्यरत रहल छल । २०६६ सालसँ सचिव पदमे बढुवा भऽ नेपाल सरकारक विभिन्न मन्त्रालयमे महत्वपूर्ण जिम्मेवारी वहन करैत वि.सं. २०७१ साउनमे सेवा निवृत भेल अछि ।[१]
व्यक्तिगत जीवन
[सम्पादन करी]उनकर जीवनयात्राक २५ वर्ष हैइत अर्थात २०४१ साल माघ २५ गते ओ वैवाहिक जीवनमे प्रवेश केने अछि । चाबहिल, काठमाडौं निवासी सरदार स्व. विष्णुमणि आचार्य तथा विजया आचार्यक बेटी उषा आचार्यसग उनकर विवाह भेल । ई दम्पत्तीक पहिल बेटी लिपि अधिकारीक वि.सं. २०४३ मे आ दोसर बेटा शव्द अधिकारीक २०४६ मे जन्म भेल । हाल ओ अही चार गोटे परिवारक साथ बत्तीसपुतली, काठमाडौं महानगरपालिकामे बासस्थान अछि ।[१]